Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Feb, 2023 07:54 AM
कहते हैं कि ‘जो सरल है वही सुंदर है और जो सुंदर है वह मन को सहज भाता है,’ तभी तो हम सभी प्रभु परमात्मा के समक्ष जब प्रार्थना करते हैं, तब सहज रूप से ही सरल बन जाते हैं क्योंकिकहते हैं कि ‘जो सरल है वही सुंदर है और जो सुंदर है वह मन को सहज भाता है,’...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Sukhi Jeevan Mantra For Peaceful and Happy Life: कहते हैं कि ‘जो सरल है वही सुंदर है और जो सुंदर है वह मन को सहज भाता है,’ तभी तो हम सभी प्रभु परमात्मा के समक्ष जब प्रार्थना करते हैं, तब सहज रूप से ही सरल बन जाते हैं क्योंकि वही एक ऐसी हस्ती हैं जिनके सामने हम कूट-कपट करने की हिम्मत कर नहीं सकते।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें
सरलता में है ही ऐसा जादू, जो अच्छे-अच्छे विरोधियों को भी वह हथियार डालने को मजबूर कर देता है। जिस व्यक्ति का स्वभाव सरल होता है, वह बाहर-भीतर एक-जैसा ही होता है। वह किसी से भी प्रकार छल-कपट या कुटिलता पूर्ण व्यवहार नहीं करता।
अनुभव यह कहता है कि सरल स्वभाव वाला व्यक्ति यदि कोई ऐसी बात भी कह दे जो लोगों को पसंद न हो, तो भी वे उससे इतना नाराज नहीं होते, जितना छल-कपट वाले से होते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि इस मनुष्य का मन साफ है।
देखा गया है कि जो सरल होता है, वह संतुष्ट होता है, परन्तु यदि किसी कारणवश ऐसे व्यक्ति के मन में किसी प्रकार का असंतोष आता भी है, तो भी थोड़ा ही समझाने पर वह अपने सरल स्वभाव के कारण जल्दी ही संतुष्ट हो जाता है। परन्तु टेढ़े स्वभाव वाला मनुष्य दूसरे की बात में, चाहे वह अच्छे भाव से तथा उसके कल्याण के लिए ही क्यों न कही गई हो, यह देखता रहता है कि उसमें कोई छल या कपट या बनावट तो नहीं है ? इस प्रकार वह अपने ही कल्याण के बारे में लोगों से कोई बात सुनने पर भी उस बात को पवित्र हृदय से ग्रहण नहीं करता। इसलिए उसके जीवन में अथवा संस्कारों में जल्दी परिवर्तन नहीं आता।
सरलचित्त व्यक्ति सदैव अपनी मस्ती में मस्त रहता है और यही सोचता है कि जो जैसा करेगा, वह वैसा पाएगा। वह अपनी सत्यता को किसी भी हालत में नहीं छोड़ता। इसलिए ‘सच्चे दिल पर साहिब राजी’ होने की उक्ति के अनुसार उसे ईश्वर से सदैव सहायता भी मिलती रहती है। ऐसे व्यक्ति का मन साफ होने के कारण उसमें दिव्य गुणों की धारणा भी बहुत जल्दी हो जाती है।
इसलिए याद रखें, जो व्यक्ति सरल चित्त नहीं होता, लोग उससे दूर-दूर रहते हैं क्योंकि वे सोचते हैं कि यह चालाक व्यक्ति है, न जाने किस स्वार्थ से यह हमारे साथ व्यवहार कर रहा है। अत: यदि आप लोकप्रिय बनने की चाहत रखते हैं, तो उसके लिए सरल होना अनिवार्य है, अन्यथा लोगों के दिल में अपना स्थान बनाना नामुमकिन हो जाएगा।