Edited By Prachi Sharma,Updated: 23 Sep, 2025 08:34 AM

Mata Vaishno Devi: कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि के पहले दिन"जय माता दी केजयकारों और भक्तिमय भजनों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिरस में डूबा रहा। सोमवार शाम तक लगभग 10,000 से अधिक श्रद्धालु मां के दरबार में माथा टेक चुके थे।...
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Mata Vaishno Devi: कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि के पहले दिन"जय माता दी केजयकारों और भक्तिमय भजनों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिरस में डूबा रहा। सोमवार शाम तक लगभग 10,000 से अधिक श्रद्धालु मां के दरबार में माथा टेक चुके थे। त्रिकुटा पर्वत पर बसे इस पावन धाम को विशेष रूप से सजाया गया है, जिससे पूरा कटरा नगर एक आध्यात्मिक तीर्थ का रूप ले चुका है।
नौ दिवसीय इस पावन उत्सव को सफल और सुव्यवस्थित बनाने के लिए माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने चाक-चौबंद तैयारियां की हैं। बोर्ड के सी.ई.ओ सचिन कुमार वैश्य ने बताया कि नवरात्रि के दौरान हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है, जिसके चलते सुरक्षा और सुविधा व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई है।
सुरक्षा बलों- पुलिस, सी.आर.पी.एफ और अर्धसैनिक जवानों को पूरे यात्रा मार्ग पर तैनात किया गया है। साथ ही, यात्रियों की सुविधा के लिए स्वयं सेवकों की टीम, पीने के पानी की व्यवस्था, मेडिकल स्टेशन्स और भीड़ प्रबंधन जैसे सभी जरूरी प्रबंध किए गए हैं। इस बार बेहतर संचार व्यवस्था के लिए वायरलेस उपकरणों का भी प्रयोग शुरू किया गया है।
हालांकि, इस साल 26 अगस्त को भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन की वजह से यात्रा 22 दिनों तक स्थगित रही लेकिन 17 सितंबर से फिर से मां के दर्शन के लिए मार्ग खोल दिया गया है। इसी दौरान, 43वीं छड़ी यात्रा भी जम्मू के श्री रघुनाथ मंदिर से रवाना होकर वैष्णो देवी भवन तक पहुंची, जहां श्रद्धालुओं ने देश और समाज की शांति व समृद्धि के लिए प्रार्थना की। शारदीय नवरात्रि, जो देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पर्व है, के अवसर पर वैष्णो देवी मंदिर में हर साल भारी संख्या में भक्त उमड़ते हैं। इस बार भी आस्था की यह लहर तीर्थ नगरी को आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर कर रही है।