Edited By Prachi Sharma,Updated: 07 Jan, 2024 07:09 AM
सनातन धर्म में अमावस्या के दिन को बेहद ही खास माना जाता है। अमावस्या तिथि के स्वामी पितर देवता माने गए हैं इस वजह से अमावस्या के दिन पितरों
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Paush Amavasya 2024: सनातन धर्म में अमावस्या के दिन को बेहद ही खास माना जाता है। अमावस्या तिथि के स्वामी पितर देवता माने गए हैं इस वजह से अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण किया जाता है। प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की पंद्रहवीं तिथि को अमावस्या तिथि आती है। पंचांग के अनुसार 2024 वर्ष की पहली अमावस्या पौष माह में पड़ रही है। पौष माह को छोटा श्राद्ध पक्ष के नाम से भी जाना जाता है। तो चलिए जानते हैं कब है 2024 की पहली अमावस्या।
Paush Amavasya date पौष अमावस्या डेट
पौष माह की अमावस्या तिथि की शुरुआत 10 जनवरी को रात 08 बजकर 10 मिनट पर होगी और 11 जनवरी शाम 5 बजकर 26 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार पौष अमावस्या 11 जनवरी गुरुवार के दिन मनाई जाएगी। पौष अमावस्या पर किए गए कार्य व्यक्ति के जीवन को सुखी और खुशहाल बना देते हैं। इसके अलावा इस दिन कुछ उपाय करने से कुंडली में चल रहे दुष्प्रभावों का असर भी कम हो जाता है।
Paush Amavasya Muhurta पौष अमावस्या मुहूर्त
स्नान-दान मुहूर्त - सुबह 5.57 - सुबह 06.21
अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12.08 - दोपहर 12.50
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05.40 - शाम 06.07
Why is Paush Amavasya called special क्यों कहा जाता है पौष अमावस्या को खास
शास्त्रों के मुताबिक सूर्य देव की पूजा और पितरों को खुश करने के लिए पौष अमावस्या का महीना बेहद ही खास माना जाता है। इस माह में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म करने का विधान है। पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए भी ये माह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
Chant these mantras on Paush Amavasya पौष अमावस्या पर करें इन मंत्रों का जाप
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।
ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।
ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:।
चंद्र देव बीज मंत्र- ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्राय नम:।