केसर से ग्रह होते हैं अनुकूल, किस्मत जाती है बदल

Edited By Jyoti,Updated: 01 May, 2021 05:23 PM

planets gives favorable benefits with usage of saffron

केसर का उपयोग तो आप में से बहुत से लोगों ने किया होगा। यह औषधि भी है जिसका आयुर्वेदिक दवाइयों में इस्तेमाल होता है लेकिन इसका धार्मिक महत्व भी है

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
केसर का उपयोग तो आप में से बहुत से लोगों ने किया होगा। यह औषधि भी है जिसका आयुर्वेदिक दवाइयों में इस्तेमाल होता है लेकिन इसका धार्मिक महत्व भी है और शुभ व मांगलिक कार्यों तथा देव पूजा में भी इसका हजारों सालों से इस्तेमाल होता आया है। भारत में कश्मीर में सबसे ज्यादा केसर की खेती होती है इसके अलावा स्पेन और इरान में भी केसर की बड़े स्तर पर पैदावार होती है। केसर को न केवल पूजा पाठ में उपयोग किया जाता है बल्कि रसोई के लिए यह उपयोगी सबसे महंगा मसाला भी है। केसर का उपयोग पाउडर और रेशे के रूप में किया जाता है। इसे पानी में भिगोने पर यह सुगंध और रंग देता है। केसर के उपयोग से हम देव गुरु बृहस्पति को अपने अनुकूल बनाने के साथ-साथ कई ग्रहों को भी खुश कर सकते हैं और अपनी बिगड़ी किस्मत संवार सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को अनुकूल करने के लिए अनेक उपायों के साथ-साथ पुखराज पहनने की सलाह भी दी जाती है।  लेकिन बहुत से लोग पुखराज महंगा होने के कारण इसे अफोर्ड नहीं कर पाते। अगर आप पुखराज नहीं पहनना चाहते तो आप केसर के सहायता से देव गुरु बृहस्पति को अपने अनुकूल बना कर अपनी बिगड़ी किस्मत को संवार सकते हैं।

हमारे नवग्रहों में गुरु का दर्जा प्राप्त बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, विद्या , मांगलिक कार्य व सौभाग्य का कारक ग्रह माना जाता है। इन्हें अध्यात्म का प्रतीक भी माना गया है। जिन लोगों की कुंडली में देव गुरु बृहस्पति मजबूत स्थिति में होते हैं,  उन्हें समाज में खूब यश और मान मिलता है और उनकी मैरिड लाइफ भी बहुत बढ़िया रहती है। लेकिन अगर व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह अनुकूल स्थिति में ना हो तो समाज में मान सम्मान और जीवन में संपत्ति के अभाव का सामना करना पड़ता है। वैवाहिक जीवन भी उतना अनुकूल नहीं रहता।  ऐसे में हम केसर का उपयोग करके देव गुरु बृहस्पति को अपने अनुकूल कर सकते हैं। केसर का एक रेशा लेकर एक कटोरी में रखें और उसके ऊपर एक दो बूंद पानी डालें। जब यह अपना रंग छोड़ने लगे तो फिर दाएं हाथ की रिंग फिंगर से रोजाना अपने माथे पर तिलक लगाएं। इसके बाद केसर का टीका अपने हृदय और नाभि पर लगाएं।  ऐसा शुक्ल पक्ष के गुरूवार से शुरू करके पूरा 1 साल करें । बृहस्पति ग्रह अनुकूल होकर आपको शुभ फल प्रदान करने लगेंगे।

हर गुरुवार को अपने मस्तक पर केसर का तिलक लगाने से सौभाग्य में भी वृद्धि होती है । तिलक का मुख्य स्थान मस्तक होता है, क्योंकि इस स्थान पर सात चक्रों में से एक आज्ञा चक्र होता है। शास्त्रों के अनुसार प्रतिदिन तिलक लगाने से यह चक्र जाग्रत हो जाता है और व्यक्ति को ज्ञान, समय से परे देखने की शक्ति , आकर्षण प्रभाव और उर्जा प्रदान करता है। इस स्थान पर अलग-अलग पदार्थों के तिलक लगाने का अलग-अलग महत्व है। इनमें सबसे अधिक चमत्कारी और तेज प्रभाव दिखाने वाला पदार्थ केसर है। केसर का तिलक करने से कई कामनाओं की पूर्ति की जा सकती है।

केसर का तिलक शिव, विष्णु, गणेश और लक्ष्मी को प्रसन्न करता है। शिव से साहस, शांति, लंबी आयु और आरोग्यता मिलती है।

गणेश जी से ज्ञान, लक्ष्मी से धन, वैभव, आकर्षण और विष्णु जी से भौतिक पदार्थों की प्राप्ति होती है।

केसर में जबर्दस्त आकर्षण प्रभाव होता है। प्रतिदिन केसर का तिलक लगाने से व्यक्ति में आकर्षण प्रभाव पैदा होता है और वह दूसरों को सम्मोहित करने की शक्ति प्राप्त कर लेता है।

इसके अलावा अगर दांपत्य जीवन में किसी तरह का तनाव रहता है तो अपने माथे,  दिल और नाभि पर केसर का तिलक लगाएं और केसर मिश्रित दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें । ऐसा लगातार करने पर 2 से 3 महीने के अंदर शुभ प्रभाव दिखना शुरू हो जाता है।

गुरुवार को सुबह स्नान करने के बाद केले के पौधे के पास देसी घी का दीपक जलाएं। केसर का तिलक लगाएं।। केसर का दूध,  केसर की खिरनी,  केसर की खीर,  केसर की मिठाई में से किसी भी एक चीज का दान करें।

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो चांदी की एक ठोस गोली लें। इस ठोस गोली को चांदी की ही डिब्बी में केसर के साथ रख दें और इस डिब्बी को धन स्थान या अपनी तिजोरी में रखें। इससे आपको काफी लाभ होगा।

अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है तो आप प्रत्येक मंगलवार को लाल चंदन और केसर मिलाकर हनुमान जी को तिलक लगाएं। आपके कष्ट दूर होने लगेंगे। आपका कॉन्फिडेंस लेवल भी बढ़ने लगेगा।

जिन महिलाओं को परिवार में लड़ाई झगड़ा रहने से मान सम्मान की कमी रहती है या पति से अनबन होती रहती है,  उन्हें श्रृंगार के सामान के साथ केसर की डिब्बी किसी महिला को दान करनी चाहिए। इससे कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत होता है।

घर में आर्थिक तंगी बनी रहती है। पैसे की बचत नहीं होती है तो किसी भी शुभ दिन सात सफेद कौडि़यों को केसर से रंगकर उन्हें लाल कपड़े में बांधें और श्रीसूक्त के सात बार पाठ करें। अब इस पोटली को अपनी तिजोरी में रखें। जल्द ही धनागम होने लगेगा।

घर में नेगेटिव एनर्जी कभी ना आए और सुख समृद्धि बनी रहे,  इसके लिए आप अपने घर के मुख्य द्वार पर केसर से स्वास्तिक का चिन्ह बना सकते हैं । इससे आपके घर में लक्ष्मी का वास रहेगा और दरिद्रता दूर होगी।

अगर लाख मेहनत के बाद भी आपके पास धन का अभाव रहता है तो किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार को पूजा पाठ करें और देव गुरु बृहस्पति , मां लक्ष्मी का ध्यान रखते हुए अपने माथे पर केसर का तिलक लगाएं।  इस उपाय को नियमित रूप से करने पर आपके आय के नए स्रोत खुलेंगे और धीरे-धीरे आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होती जाएगी।

गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com

 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!