Edited By Prachi Sharma,Updated: 26 Dec, 2025 09:43 AM

Sakat Chauth 2026 : सकट चौथ, जिसे संकष्टी चतुर्थी, माघी चौथ या तिलकुट चौथ के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। वर्ष 2026 में यह पावन पर्व भगवान गणेश और शिव परिवार की कृपा प्राप्त करने का एक अद्भुत अवसर लेकर आ रहा है।
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Sakat Chauth 2026 : सकट चौथ, जिसे संकष्टी चतुर्थी, माघी चौथ या तिलकुट चौथ के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। वर्ष 2026 में यह पावन पर्व भगवान गणेश और शिव परिवार की कृपा प्राप्त करने का एक अद्भुत अवसर लेकर आ रहा है। मुख्य रूप से माताएं अपनी संतान की लंबी आयु, बेहतर स्वास्थ्य और उनके जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए यह व्रत रखती हैं। शास्त्रों के अनुसार, गणेश जी की पूजा के साथ-साथ इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा का भी विधान है। चूंकि गणेश जी शिव-पुत्र हैं इसलिए महादेव को प्रसन्न करके संतान सुख और पारिवारिक समृद्धि का मार्ग सुगम हो जाता है।
सकट चौथ 2026 की तिथि और शुभ मुहूर्त
वर्ष 2026 में सकट चौथ की तिथि को लेकर भक्तों में उत्साह है। गणना के अनुसार:
सकट चौथ तिथि: 6 जनवरी, 2026 (मंगलवार)
चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 5 जनवरी की देर रात से।
चतुर्थी तिथि समाप्त: 6 जनवरी की शाम तक।
संतान सुख के लिए शिवलिंग पर अर्पित करें ये 5 विशेष चीजें

शमी के पत्र और दूर्वा
गणेश जी को दूर्वा प्रिय है और शिव जी को शमी। सकट चौथ के दिन शिवलिंग पर शमी के पत्र और दूर्वा की 21 गांठें अर्पित करने से संतान के करियर में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। यह उपाय बुद्धि और विवेक की वृद्धि के लिए अचूक माना जाता है।
गाय का कच्चा दूध और चीनी
संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपत्तियों को इस दिन शिवलिंग का अभिषेक गाय के कच्चे दूध से करना चाहिए। दूध में थोड़ी मिश्री या चीनी मिला लें। अभिषेक करते समय ॐ नमः शिवाय और ॐ गं गणपतये नमः का जाप करें। यह चंद्रमा को भी मजबूत करता है, जिससे मानसिक शांति प्राप्त होती है।
सफेद चंदन का लेप
सफेद चंदन शीतलता का प्रतीक है। शिवलिंग पर सफेद चंदन से त्रिपुंड बनाने और वही चंदन अपनी संतान के माथे पर तिलक के रूप में लगाने से उसे बुरी नजर से सुरक्षा मिलती है और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
गन्ने का रस
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सकट चौथ पर गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है और संतान को वैभवशाली जीवन मिलता है। गन्ने का रस मधुरता और समृद्धि का संचार करता है।
काले तिल और गुड़
चूंकि इसे तिलकुट चौथ भी कहते हैं इसलिए काले तिल का महत्व बढ़ जाता है। शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करने से पितृ दोष शांत होते हैं। अक्सर पितृ दोष के कारण संतान सुख में देरी होती है, ऐसे में यह उपाय विशेष फलदायी है।
