Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Dec, 2022 10:31 AM
आदिशंकराचार्य जनसेवा ट्रस्ट के संयोजन में भगवत गीता जयंती कार्यक्रम हिंगलाज भवानी मन्दिर, इंद्रप्रस्थ विस्तार, दिल्ली में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का आरम्भ दीपप्रज्वलन किया गया। आर्यसमाज के
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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): आदिशंकराचार्य जनसेवा ट्रस्ट के संयोजन में भगवत गीता जयंती कार्यक्रम हिंगलाज भवानी मन्दिर, इंद्रप्रस्थ विस्तार, दिल्ली में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का आरम्भ दीपप्रज्वलन किया गया। आर्यसमाज के आचार्य सुनील शास्त्री ने भगवत गीता के पाठन की महत्वता पर चर्चा की और बताया कि वह शिष्यों को प्रतिदिन गीता स्मरण करवाते हैं। वैज्ञानिक डॉ. सुब्रमण्या ने आदिशंकराचार्य कृत सौन्दर्यलहरी व भगवदगीता के विषय पर अपने विचार रखे। श्रीमद् भगवत गीता के प्रसार में लगे पंडित दिलीप कृष्ण ने बताया कि कैसे भगवतगीता के माध्यम से उन्होने परिवारों में संस्कार जगाए। सिंधी समाज के विद्वान बंसी धमेजा ने बताया कि कैसे भगवदगीता पढ़कर उनका जीवन प्रभावित हुआ।
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विहिप के सह केंद्रीय मंत्री व प्रचारक रास बिहारी ने गीता के माध्यम से जीवन शैली बदलने की आवश्यकता के विषय पर बताया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक धर्मनारायण ने भगवदगीता के श्लोकों के अर्थ से समाज व राष्ट्र चरित्र को निर्माण के लिए सबसे उपयुक्त बताया। गीता मानस संस्थान राष्ट्रीय संयोजक व संस्कृत विद्वान डॉ. राधा कृष्ण मनोडी ने गीता को विश्व कल्याण के लिए आवश्यक है।
ह्यव शांति स्थापित करने का मूल मंत्र बताया। कार्यक्रम अध्यक्ष विजय इसरानी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए बताया कि गीता जयंती के कार्यक्रम पूरे देश मे जगह जगह होने चाहिए, जिससे समाज मे चेतना आएं। अंत मे आदिशंकराचार्य ट्रस्ट के अध्यक्ष दीपक गुप्ता ने सभी का धन्यवाद करते हुए जीवन मे भगवत गीता को चरितार्थ करने का निवेदन किया। कार्यक्रम में संचालन में ट्रस्ट की तरफ से विनोद सिंघल, महेश गुप्ता, महेश हिंगोरानी, दीपक अग्रवाल, रोहित रस्तोगी, प्रभात शर्मा, प्रद्युम्न शर्मा, संतोष गुप्ता, पुनीत ढींगरा, वासुदेव बंसल, दीपक खन्ना आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रस्ट के सदस्यों ने अतिथियों को आदिशंकराचार्य के चित्र व जीवनी भेंट की। उपस्थित श्रोताओं को नि:शुल्क भगवत गीता का वितरण भी किया गया।