Edited By Prachi Sharma,Updated: 09 Nov, 2025 03:03 PM

Stock Market Astrology: गोल्ड और सिल्वर दोनों ने इस हफ्ते अपना डिक्लाइन साइड था उसको रोका और गोल्ड डॉलर टर्म में 390 से 4009 पहुंचा। यानी कि महज $1 की ग्रोथ डॉलर प्रति ओ्स में कॉमक्स के ऊपर इसको परसेंटेज में गिनेंगे तो 30 बनता है। लेकिन अच्छी खबर...
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Stock Market Astrology: गोल्ड और सिल्वर दोनों ने इस हफ्ते अपना डिक्लाइन साइड था उसको रोका और गोल्ड डॉलर टर्म में 390 से 4009 पहुंचा। यानी कि महज $1 की ग्रोथ डॉलर प्रति ओ्स में कॉमक्स के ऊपर इसको परसेंटेज में गिनेंगे तो 30 बनता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि डिक्लाइन रुक गया और यहां से इसने वीकली कैंडल जो है वो ग्रीन बना दी। चार्ट के मुताबिक वीकली कैंडल ग्रीन बन गई। ऐसा ही सिल्वर में हुआ। सिल्वर के लिए अच्छी खबर यह रही कि $48 के ऊपर सस्टेन कर गया। 48.04 का लेवल था वीक की शुरुआत में और 48.14 पे इसने जो समापन किया हफ्ते का लगभग 16% यहां पर भी यह कि यह गिरावट जो आई थी वह अचानक से अब बंद हो गई। $54 का इसका हाई था, $54 के आसपास था। 48 के आसपास वो सस्टेन कर रहा है। इस बीच बहुत सारा खेल हुआ। प्रीमियम का खेल हुआ। इंडिया में बाजार में चीजें गिरी। सब कुछ हुआ।
अक्टूबर में जॉब्स लॉस हुई हैं तो वहां पर चीजें अच्छी नहीं चल रही हैं। इसी कारण एक सर्वे आया है यू.एस में जहां पर 66% ट्रेडर को लग रहा है कि दिसंबर की पॉलिसी में फेड रेट कट कर सकता है। वहां पर हो सकता है कि कुछ न कुछ चीजें गड़बड़ चल रही है इकॉनमी में इसलिए रेट कट हो सकता है। रेट कट होता है तो अल्टीमेटली वह फिर जाएगा। इस हफ्ते यदि इंपॉर्टेंट डाटा की बात करें यू.एस के तो 13 नवंबर को आना है यदि शटडाउन खुल जाता है तो 13 नवंबर को कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स का डाटा आएगा।
इंडिया टाइम पे लगभग 6:00 बजे आएगा। 13 नवंबर को ही रियल अर्निंग्स आएंगी। अक्टूबर की वो भी लगभग 6:00 बजे आएगी इंडिया टाइम के मुताबिक और 14 नवंबर को आएगा प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स। ये भी लगभग इंडिया में 6 के 6 को ही है। मींस 6:00 बजे के शाम के 6:00 बजे ही है। तो ये तो फंडामेंटल चीजें हैं क्योंकि अल्टीमेटली गोल्ड सिल्वर चलता यू.एस से ही है। तो चीजें कॉमिक्स के ऊपर ज्यादा इंपैक्ट करती हैं। यू.एस मार्केट ऑब्वियसली ज्यादा ही उसके ऊपर हम रिलाई करते हैं।
एस्ट्रोलॉजिकली अगला हफ्ता बड़ा एक्टिव रहने वाला है। बुध वक्री हो जाएंगे 10 नवंबर को यानि 9 नवंबर मध्य रात्रि वक्री हो जाएंगे। इसका मतलब रविवार को रात्रि को वक्री होंगे। 10 नवंबर को सुबह बाजार खुलेगा। 10 नवंबर को ही वीनस और मार्स जो है वो 30° के एक्सिस पे आ जाएंगे। 10:10 पे जुपिटर वक्री हो जाएंगे। कर्क राशि में है, नीच का ग्रह वक्री हो जाए तो अच्छा होता है। उच्च का ग्रह वक्री हो जाए तो अच्छा नहीं होता। वो पहले ही स्पीड में चल रहे हैं। शीघ्र गति में चल रहे हैं। 4:48 में सुबह यह अच्छा योग नहीं है। 12 नवंबर को ही वीनस मरकरी जो है वो 30° पर आएंगे। 13 नवंबर को मरकरी मार्स वो एक साथ 0° पर आ जाएंगे सुबह 4:43 पे तो अल्टीमेटली यदि मोटे तौर पर इस इस चीज को देखें तो अगले हफ्ते में काफी उठापटक नजर आती है। लेकिन यदि गोल्ड और सिल्वर को इस एस्ट्रोलॉजिकली व्यू इसका देखूं क्योंकि मंगल बुध के साथ है। बुध ट्रेड का कारक होता है। मंगल भी सोने का कारक है।
अब यहां से दोबारा हो सकता है कंसोलिडेट करें। एक बार एक ही बार में रैली न दे। 17 नवंबर की यह कुंडली है। सूर्य और मंगल एक साथ आठ राशि पे क्योंकि सूर्य का गोचर होगा 17 नवंबर को। वृश्चिक राशि में दोनों ग्रह आ गए हैं। अब वृश्चिक राशि से सीधी दृष्टि आप देखिए कहां पर जा रही है ? वृषभ राशि के ऊपर। दो पाप ग्रहों की दृष्टि वृषभ राशि के ऊपर। शनि इस समय मीन राशि पे चल रहे हैं। शनि की तीसरी दृष्टि वृषभ राशि के ऊपर है।
ऐसा संभव है कि अगले 20 दिन में क्योंकि 7 दिसंबर तक मंगल यहीं पर रहेंगे। ऐसा संभव है कि अगले 20 दिन में 17 नवंबर के बाद कुछ न कुछ क्राइसिस हो जाए और मिडिल ईस्ट में होगा क्योंकि यह राशि वह इस एरिया को रिप्रेजेंट करती है, वहां पर वॉच रखना चाहिए।
यदि यह होता है यह होने की संभावना इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि वृश्चिक के ऊपर आप देखेंगे कि मंगल और सूर्य हैं। दोनों ही पाप ग्रह हैं और इसी के केंद्र में राहु 11 पे चल रहा है यानी कि कुंभ पे चल रहा है और केतु आपका चल रहा है सिंह राशि पे। तो चार पाप ग्रह केंद्र में आ गए।
7 दिसंबर है मंगल आगे निकल जाएंगे। 7 दिसंबर को मंगल आगे निकलेंगे सूर्य पीछे उसके साथ हो जाएंगे। सूर्य फिर 16 दिसंबर को वहां पर आ जाएंगे। अब 16 दिसंबर को मंगल धनु में सूर्य भी धनु पर और केतु सिंह राशि में बैठे हैं, धनु को देख रहे हैं। अब जैसे वृषभ राशि पीड़ित हुई तीन पाप ग्रहों से वैसे ही धनु राशि पीड़ित हो जाएगी पाप ग्रहों से।
अच्छी बात यह है कि गुरु की सीधी दृष्टि इस पर है लेकिन गुरु खुद वक्री है। शनि जब आएंगेमंगल और सूर्य जब साथ आएंगे नौ राशि पर यानी कि धनु राशि पर तो 12 पे जो शनि बैठे हैं तो 12 पे शनि बैठे हैं उसकी दसवीं दृष्टि भी सूर्य और मंगल के ऊपर है। केतु पांच पे बैठे हैं उसकी दृष्टि भी धनु के ऊपर है। मंगल, सूर्य, शनि, केतु यहां पर यह क्फ्लिक्ट उस जोन में ज्यादा हो सकता है। ऐसा संभव है कि रशिया ज्यादा अग्रेसिव हो जाए वहां पर। मींस वो जब डेट आएगी वो तब देखेंगे क्या क्या चीजें बन रही है लेकिन अगेन यह कॉम्बिनेशन 16 दिसंबर से लेकर 16 जनवरी तक का अच्छा नहीं लगता।