Edited By Prachi Sharma,Updated: 07 Oct, 2025 08:27 AM

Ujjain Mahakaleshwar Mandir: विश्व प्रसिद्ध उज्जैन में बाबा महाकाल के दरबार की दिनचर्या में 8 अक्टूबर 2025 से बड़ा बदलाव होने जा रहा है। यह परिवर्तन मौसम में आई ठंडक को देखते हुए किया जा रहा है
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Ujjain Mahakaleshwar Mandir: विश्व प्रसिद्ध उज्जैन में बाबा महाकाल के दरबार की दिनचर्या में 8 अक्टूबर 2025 से बड़ा बदलाव होने जा रहा है। यह परिवर्तन मौसम में आई ठंडक को देखते हुए किया जा रहा है और अब फाल्गुन माह तक लागू रहेगा। महाकाल मंदिर के पुजारियों के अनुसार, साल में दो बार गर्मी और सर्दी के मौसम के हिसाब से बाबा महाकाल की दिनचर्या में बदलाव किया जाता है। चूंकि अब सुबह-शाम हल्की ठंड महसूस होने लगी है इसलिए:
आरती के समय में परिवर्तन
मंदिर में प्रतिदिन होने वाली छह आरतियों में से तीन आरतियों के समय में बदलाव किया गया है:
| आरती का नाम |
नया समय (8 अक्टूबर से) |
| बाल भोग आरती |
सुबह 7:30 बजे |
| भोग आरती |
सुबह 10:30 बजे |
| संध्या आरती |
शाम 7:00 बजे (पहले 7:30 बजे होती थी) |
अन्य तीन प्रमुख आरतियों का समय पहले जैसा ही रहेगा, उनमें कोई बदलाव नहीं होगा:
| भस्म आरती |
सुबह 4:00 से 6:00 बजे |
| सायंकालीन पूजन |
शाम 5:00 से 5:45 बजे |
| शयन आरती |
रात 10:30 से 11:00 बजे |
स्नान और भोग में बदलाव
ठंड को देखते हुए बाबा महाकाल की सेवा और भोजन में भी विशेष बदलाव किए जा रहे हैं:
गर्म जल से स्नान: महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पं. महेश पुजारी के अनुसार फिलहाल बाबा महाकाल ठंडे जल से स्नान कर रहे हैं लेकिन 8 अक्टूबर से भस्म आरती सहित सभी स्नानों में उन्हें गर्म जल से स्नान कराया जाएगा।
देरी से और गर्म भोग: पुजारी महेश गुरु ने बताया कि शीतकाल में बाबा महाकाल आधा घंटा देरी से भोजन ग्रहण करेंगे। इसके साथ ही भगवान को अर्पित होने वाला भोग भी अब गर्म होगा। हलवा समेत सभी पकवान गरमा-गरम परोसे जाएंगे।