Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 May, 2025 02:00 PM

Vat Savitri upay 2025: ज्येष्ठ मास का आरंभ हो चुका है। इसी महीने में आने वाले व्रत-त्यौहार में वट सावित्री व्रत विशेष पर्व है। जो महिलाएं इस दिन व्रत रखकर वट वृक्ष के नीचे सावित्री, सत्यवान और यमराज की पूजा करती हैं, उनके पति की आयु लंबी होती है और...
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Vat Savitri upay 2025: ज्येष्ठ मास का आरंभ हो चुका है। इसी महीने में आने वाले व्रत-त्यौहार में वट सावित्री व्रत विशेष पर्व है। जो महिलाएं इस दिन व्रत रखकर वट वृक्ष के नीचे सावित्री, सत्यवान और यमराज की पूजा करती हैं, उनके पति की आयु लंबी होती है और उन्हें संतान सुख प्राप्त होता है। वट सावित्री के शुभ दिन पर पतिव्रता महिला सावित्री ने यमराज के फंदे से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी।

भारतीय धर्म शास्त्रों के अनुसार वट सावित्री व्रत अमावस्या तिथि पर रखा जाने वाला न केवल विवाहित बल्कि कुंवारी महिलाओं का महत्वपूर्ण पर्व है। मूलतः यह व्रत-पूजन सौभाग्यवती स्त्रियों का है। फिर भी सभी प्रकार की स्त्रियां (कुमारी, विवाहिता, कुपुत्रा, सुपुत्रा आदि) इसे करती हैं। इस व्रत को करने का विधान ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी से पूर्णिमा तथा अमावस्या तक है। आजकल अमावस्या को ही इस व्रत का नियोजन होता है। इस दिन वट (बड़, बरगद) का पूजन होता है। इस व्रत को स्त्रियां अखंड सौभाग्यवती रहने की मंगलकामना से करती हैं। इस व्रत में सबसे अधिक महत्व चने का है। बिना चने के प्रसाद के यह व्रत अधूरा माना जाता है।
Do this work near the banyan tree on Vat Savitri Vrat वट सावित्री व्रत पर बरगद के पास करें ये काम
पति को धनवान बनाने के लिए महालक्ष्मी का पूजन कर लाल कपड़े में बंधी 2 अलग-अलग पीली कौड़ियां देवी पर चढ़ाएं। एक तिजोरी में और दूसरी पति के पर्स में रखें। अगर आपके पति नौकरी करते हैं तो महालक्ष्मी पर चढ़ी कौड़ियां गुलाबी धागे में पिरोकर उनकी कलाई पर बांधे।

जिन कन्याओं की शादी में रुकावटें आ रही हैं वो बरगद के पेड़ पर कच्चा दूध चढ़ाएं और गीली मिट्टी से माथे पर टिका लगाएं।

कुंडली में पितृ बाधा निवारण के लिए नदी किनारे या किसी धर्म स्थल पर पीपल या बरगद का पेड़ लगाएं और उसे रोजाना जल से सींचे जैसे-जैसे पेड़ बड़ा होता रहेगा घर में खुशियां आती रहेंगी।

वैवाहिक जीवन की रुठी खुशियों को पुन: प्राप्त करने के लिए पति-पत्नी दोनों मिलकर वट वृक्ष की 11 बार परिक्रमा करें।

विवाहित महिलाओं को सुहाग का सामान उपहार स्वरूप दें, पति-पत्नी के संबंधों में मिठास आएगी।
