Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 20 Jun, 2025 02:51 PM

जैसे ही गर्मी आती है वैसे ही लोग घर, ऑफिस या कार में एसी चलाना शुरू कर देते हैं। लेकिन अक्सर ठंडक पाने के चक्कर में लोग एसी का तापमान बहुत कम कर देते हैं जो धीरे-धीरे सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। सिरदर्द, सर्दी-जुकाम, स्किन ड्रायनेस और यहां तक कि...
नेशनल डेस्क: जैसे ही गर्मी आती है वैसे ही लोग घर, ऑफिस या कार में एसी चलाना शुरू कर देते हैं। लेकिन अक्सर ठंडक पाने के चक्कर में लोग एसी का तापमान बहुत कम कर देते हैं जो धीरे-धीरे सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। सिरदर्द, सर्दी-जुकाम, स्किन ड्रायनेस और यहां तक कि सांस की तकलीफ तक – ये सब हो सकता है जरूरत से ज्यादा ठंडे एसी की वजह से।
कितना होना चाहिए एसी का सही तापमान?
विशेषज्ञों की मानें तो एसी का आदर्श तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। यह तापमान न केवल शरीर के लिए सुरक्षित होता है, बल्कि बिजली की बचत और पर्यावरण के अनुकूल भी होता है। ज़्यादा ठंडा तापमान शरीर के नेचुरल थर्मल बैलेंस को बिगाड़ सकता है, जिससे आप बीमार पड़ सकते हैं।
एसी की ठंडी हवा से क्या-क्या हो सकता है नुकसान?
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सर्दी-खांसी और गले में खराश: लगातार ठंडी हवा श्वसन तंत्र को प्रभावित करती है जिससे सर्दी, खांसी या एलर्जी हो सकती है।
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त्वचा की नमी खत्म होना: लंबे समय तक एसी में रहने से स्किन ड्रायनेस, खुजली और रैशेज हो सकते हैं।
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सिरदर्द और आंखों में जलन: डीहाइड्रेशन और ठंडी हवा की वजह से ये लक्षण आम हो जाते हैं।
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जोड़ों में अकड़न: बुजुर्ग और बच्चों को ज्यादा ठंडे कमरे में रहने से जोड़ों में दर्द या अकड़न की शिकायत हो सकती है।
कैसे करें एसी का इस्तेमाल सुरक्षित ढंग से?
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एसी का तापमान हमेशा 24 से 26 डिग्री के बीच रखें
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हर 2 घंटे में खिड़की खोलकर ताजी हवा आने दें
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सीधे एसी की हवा से बचें, खासकर सोते समय
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रेगुलर सर्विसिंग करवाएं ताकि डस्ट, फंगस जमा न हो
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ह्यूमिडिफायर या पानी की कटोरी कमरे में रखें ताकि नमी बनी रहे
याद रखें – राहत और सेहत के बीच संतुलन जरूरी है
गर्मी से राहत जरूरी है लेकिन वह सेहत की कीमत पर न हो। जरूरत से ज्यादा ठंडा तापमान शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और एलर्जी वाले लोगों को एसी की हवा से ज्यादा सतर्क रहना चाहिए। समझदारी यही है कि आरामदायक ठंडक और स्वास्थ्य सुरक्षाके बीच संतुलन बनाए रखा जाए।