Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Sep, 2021 01:55 PM

जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया है तब से वहां की स्थिति बेहद भयभीत और गंभीर बनी हुई हैं। ऐसे में ज्यादातर लोग अपने घरों में बंद होने पर मजबूर हो गए हैं। इसी बीच एक दिल दहला देने वाला वाक्या सामने आया है। बता दें कि अफगानिस्तान की राजधानी...
काबुल- जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया है तब से वहां की स्थिति बेहद भयभीत और गंभीर बनी हुई हैं। ऐसे में ज्यादातर लोग अपने घरों में बंद होने पर मजबूर हो गए हैं। इसी बीच एक दिल दहला देने वाला वाक्या सामने आया है। बता दें कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में 26 अगस्त को एयरपोर्ट पर हुए फिदायीन हमले में 169 लोग मारे गए थे। धमाकों के बाद एयरपोर्ट पर सरेआम लाशों का ढेर लग गया था जिसमें की लोग खून से लथपथ मदद के लिए कराह रहे थे।
इतना ही इस हमले में कई महिलाओं समेत बच्चों की भी जान चली गई थी और कई मासूम अपने परिवार बिछड़ गए। इन्हीं मे से एक अली (बदला हुआ नाम) था।
काबुल एयरपोर्ट ब्लास्ट में बिछड़ गया था 3 साल का बच्चा अली
दरअसल, जब काबुल एयरपोर्ट पर ब्लास्ट हुआ तो अली अपनी मां और भाई-बहनों से बिछड़ गया था, लेकिन किसी की मदद के जरिए वह दोहा पहुंच गया। वहीं करीब दो हफ्ते बाद वह कनाडा में अपने परिवार से मिला तो अली और उसके परिवार वालों की खुशी का ठिकाना न रहा।
अली के पिता शरीफ (बदला हुआ नाम) ने बेटे को गले लगाते ही उनके आंसू निकल आए, इसके साथ ही शरीफ ने बस इतना कहा कि दो हफ्तों से सोया नहीं हूं।
वहीं, दोहा में अली का ख्याल रखने वाले कतर के विदेश मंत्रालय ने बताया कि काबुल एयरपोर्ट पर एक 17 साल के बच्चे ने हिम्मत नहीं दिखाई होती शायद अली आज जिंदा न होता। दरअसस, धमाकों के बाद मची अफरातफरी के बीच 17 साल के बच्चे ने 3 साल के अली को अपना साथ सुरक्षित जगह पर ले गया इसके बाद वह किसी तरह दोहा पहुंचा।
अली के साथ दोहा से आई UN की अधिकारी स्टेला ने उसे गले लगाते हुए बताया कि अली बहुत अच्छा बच्चा है। 14 घंटे की फ्लाइट के दौरान वह ड्राइंग करता रहा और अपनी पसंद की फिल्में देखता रहा।

परिवार से ऐसे बिछड़ा था 3 साल का अली
जानकारी के अनुसरा, काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोगों की तरह अली की मां भी अपने बच्चों के साथ कनाडा जाने के लिए 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट पर पहुंची और इसी बीच आतंकी हमला होने से अली उनसे बिछड़ गया। फिर दो दिन 28 अगस्त को एयरलिफ्ट फिर शुरू हुआ तो अमेरिकी सैनिकों ने अली को अकेले ही दोहा की फ्लाइट में बिठा दिया जिसके बाद वह की दिनों तक अनाथालय में रहा। अब दो हफ्ते बाद अली को दोहा से टोरंटो की फ्लाइट में बिठाकर सोमवार शाम कनाडा पहुंचा जहां वह अपने परिवार से वापिस मिल गया।