Edited By Parveen Kumar,Updated: 17 Jul, 2025 07:48 PM

चीन ने हाल ही में दुनिया का पहला ऐसा तेल टैंकर लॉन्च किया है जो हवा की ऊर्जा का इस्तेमाल करता है। यह 1,10,000 टन वजन का विशाल टैंकर है, जिसके धातु के पंख ऐसे डिज़ाइन किए गए हैं जैसे वह उड़ने की कोशिश कर रहा हो।
नेशनल डेस्क: चीन ने हाल ही में दुनिया का पहला पवन-सहायता प्राप्त अफ्रामैक्स तेल टैंकर लॉन्च किया है, जो समुद्री पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। यह टैंकर शंघाई की वाइगाओकियाओ शिपबिल्डिंग कंपनी लिमिटेड ने बनाया है और इसका नाम "ब्रांड्स हैच" रखा गया है।
इस जहाज में तीन बड़े 40 मीटर लंबे फाइबरग्लास विंग सेल लगे हैं, जो हवा की ऊर्जा का इस्तेमाल करते हैं। ये पंख सामान्य कपड़े के पालों से अलग हैं, क्योंकि ये मजबूत सामग्री से बने हैं और हाइड्रोलिक सिस्टम के जरिए अपने आप ऊपर-नीचे और कोण बदल सकते हैं। इस वजह से ये पंख हवा को बेहतर तरीके से पकड़ते हैं, यहां तक कि जब जहाज हवा के खिलाफ जा रहा हो।
ब्रांड्स हैच टैंकर की लंबाई 250 मीटर है और यह 8 लाख बैरल कच्चा तेल लेकर चल सकता है। यह मुख्य रूप से यूरोप के रास्तों पर चलेगा, जहां हवाएं पवन-सहायता प्रणाली के लिए बेहतर हैं।
इस टैंकर से हर दिन लगभग 14.5 टन ईंधन की बचत होती है और सालाना करीब 5,000 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है। यह चीन के समुद्री परिवहन में कम कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए उठाए गए कदमों का हिस्सा है।
चीन इस तकनीक के जरिए पवन-सहायता प्राप्त शिपिंग में वैश्विक नेतृत्व हासिल करना चाहता है और इसी दिशा में रोटर सेल और एयरफॉयल सिस्टम जैसी अन्य तकनीकों पर भी काम कर रहा है। ब्रांड्स हैच टैंकर आधुनिक इंजीनियरिंग के साथ पुराने पालों की तकनीक को जोड़कर पर्यावरण के अनुकूल समुद्री यात्रा की नई शुरुआत करता है।