Edited By Harman Kaur,Updated: 27 Sep, 2024 12:02 PM
उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से पता चला है कि परमाणु ऊर्जा से संचालित चीन की निर्माणाधीन हमलावर पनडुब्बी घाट के पास डूब गई। अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इंटरनेशनल डेस्क: उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से पता चला है कि परमाणु ऊर्जा से संचालित चीन की निर्माणाधीन हमलावर पनडुब्बी घाट के पास डूब गई। अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया कि चीन की ‘झोउ' श्रेणी की पहली पनडुब्बी संभवतः मई और जून के बीच डूबी। उन्होंने कहा कि उपग्रह से एक क्रेनों की कुछ तस्वीरें मिली हैं, जिससे यह संकेत मिलता है नदी के तल से पनडुब्बी को उठाने के लिए उनकी आवश्यकता पड़ी होगी। चीन अपना समुद्री बेड़ा तेजी से बढ़ा रहा है और चीन का प्रभाव बढ़ने को अमेरिका भविष्य में सुरक्षा संबंधी अपनी मुख्य चिंताओं में से एक मानता है।
वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसे ‘‘इस स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है।'' अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि चीन की नौसेना का इस बात को छुपाना कोई ‘‘हैरानी की बात नहीं'' है। पनडुब्बी की मौजूदा स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
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दुनिया के छोटे देशों में शुमार Tuvalu डूबने की कगार पर है। दरअसल, वैश्विक जलवायु परिवर्तन ( Global Climate Change) के कारण समुद्र का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे तुवालु का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। बता दें कि तुवालु प्रशांत महासागर में स्थित एक छोटा सा द्वीप देश है, जिसमें केवल 11,000 से अधिक लोग रहते हैं। यह देश नौ छोटे-छोटे रिंग शेप द्वीपों (एटॉल) में बसा है। तुवालु की औसत ऊंचाई समुद्र तल से सिर्फ 2 मीटर (6.56 फीट) है, जिससे यह जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए अत्यंत संवेदनशील है।