Edited By Tanuja,Updated: 11 Oct, 2025 01:03 PM

2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला की नेता मारिया कोरिना मचाडो को मिला, जिन्होंने लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए संघर्ष किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुरस्कार न मिलने पर प्रतिक्रिया दी, कहा कि विजेता ने इसे उनके सम्मान में लिया।...
Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया दी। ट्रंप ने कहा कि इस वर्ष पुरस्कार विजेता वेनेज़ुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो ने उन्हें फोन कर बताया कि उन्होंने यह पुरस्कार उनके सम्मान में स्वीकार किया क्योंकि वे वास्तव में इसके हकदार थे। हालांकि ट्रंप ने स्पष्ट किया, “मैंने यह नहीं कहा कि मुझे दे दो। मुझे लगता है कि उन्होंने ऐसा किया होगा। मैंने हमेशा उनकी मदद की और लाखों लोगों की जान बचाई है।”
नोबेल शांति पुरस्कार समिति के अध्यक्ष ने कहा कि समिति हमेशा कार्य और अल्फ्रेड नोबेल की इच्छाओं के आधार पर ही पुरस्कार देती है, किसी दबाव या मीडिया प्रचार से नहीं। मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार उनके देश वेनेज़ुएला में लोकतंत्र और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए दिया गया। इसके तहत उन्हें 1.2 मिलियन डॉलर भी प्राप्त होंगे। मचाडो ने देश में तानाशाही के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से लोकतंत्र को मजबूत किया।
कौन है मारिया कोरिना मचाडो
मारिया कोरिना मचाडो का जन्म 7 अक्टूबर 1967 को कराकास में हुआ। उन्होंने एंड्रस बेलो कैथोलिक यूनिवर्सिटी से औद्योगिक इंजीनियरिंग और IESA से फाइनेंस में पोस्टग्रेजुएशन किया। राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखते हुए उन्होंने 2002 में Súmate संस्था की स्थापना की और बाद में Vente Venezuela पार्टी बनाई, जिससे वेनेज़ुएला में लोकतंत्र और बदलाव की आवाज़ बनीं।