Edited By Tanuja,Updated: 21 Aug, 2025 06:59 PM

उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश, बाढ़ और बादल फटने के कारण सरकारी बुनियादी ढांचे को 20 अरब रुपये का नुकसान हुआ है...
Peshawar: उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश, बाढ़ और बादल फटने के कारण सरकारी बुनियादी ढांचे को 20 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। बृहस्पतिवार को एक सरकारी रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आयी। यह प्रांत बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र रहा है और यहां 15 अगस्त से अब तक मरने वालों की संख्या 380 तक पहुंच गई है। संचार एवं निर्माण (सी एंड डब्ल्यू) विभाग ने हाल में भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान पर अपनी प्रारंभिक आकलन रिपोर्ट मुख्यमंत्री अमीन अली गंडापुर को आज सौंप दी।
रिपोर्ट के अनुसार, 20 विभागों की कम से कम 603 सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। सबसे ज्यादा नुकसान बट्टाग्राम जिले में हुआ जहां 214 संपत्तियां नष्ट हो गयी। स्वात में 97, बाजौर में 65 और मनसेहरा में 58 संपत्तियां नष्ट हुईं। नष्ट हुई संपत्तियों में 37 स्कूल, 83 सड़कें और 10 पुल शामिल हैं। सिंचाई के बुनियादी ढांचे को सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ। प्रांत में 226 नहरें और 68 जल आपूर्ति योजनाएं उपयोग के लायक नहीं रह गयी हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, अकेले सिंचाई विभाग ने 10.3 अरब रुपये से ज़्यादा का नुकसान होने की बात कही है। जिन अन्य विभागों को नुकसान हुआ है उनमें सी एंड डब्ल्यू विभाग (3.4 अरब रुपये), शिक्षा विभाग (1.4 अरब रुपये) और लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग शामिल हैं। उनका अनुमानित नुकसान 2.17 करोड़ रुपये है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) का कहना है कि पूरे पाकिस्तान में 26 जून से इस बुधवार तक मानसून संबंधी घटनाओं में 457 पुरुषों, 113 महिलाओं और 180 बच्चों की मौत हो चुकी है तथा 978 अन्य लोग घायल हुए हैं।