Edited By Anil dev,Updated: 22 Jul, 2021 04:33 PM
चीन सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए देश में आगे की जांच के प्रस्ताव को गुरुवार को ठुकरा दिया। चीन ने लैब थ्योरी की जांच को न सिर्फ कॉमन सेंस का अपमान बताया है बल्कि उसने इसे विज्ञान के...
इंटरनेशनल डेस्क; चीन सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए देश में आगे की जांच के प्रस्ताव को गुरुवार को ठुकरा दिया। चीन ने लैब थ्योरी की जांच को न सिर्फ कॉमन सेंस का अपमान बताया है बल्कि उसने इसे विज्ञान के प्रति अहंकारी रवैया भी करार दिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के उप निदेशक जेंग यिक्सिन ने चीन में कोविड-19 की उत्पत्ति के दूसरे चरण के अध्ययन के प्रस्ताव को अभिमानी और व्यावहारिक ज्ञान के प्रति सम्मान की कमी करार दिया।
जेंग ने संवाददाताओं से कहा कि चीन ने डब्ल्यूएचओ के समक्ष कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने के दूसरे चरण सिफारिशें प्रस्तुत की हैं। चीन का मानना है कि इसे डब्ल्यूएचओ-चीन के संयुक्त अध्ययन पर आधारित होना चाहिए, और इसे सदस्य देशों के साथ पूर्ण परामर्श के बाद दुनिया भर के कई और देशों में किया जाना चाहिए। डब्ल्यूएचओ ने चीन में कोरोना वायरस की उत्पत्ति के दूसरे चरण के अध्ययन का प्रस्ताव दिया था, जिसमें वुहान की सभी प्रयोगशालाएं और बाजारों का अध्ययन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि अध्ययन के दूसरे चरण को उन जगहों पर नहीं किया जाना चाहिए, जिनका पहले चरण के अध्ययन के दौरान निरीक्षण किया जा चुका है। चीनी पर्यवेक्षकों ने डब्ल्यूएचओ के प्रमुख तेद्रोस गेब्रियेसस पर इस मुद्दे पर राजनीतिक दबाव के सामने घुटने टेकने का भी आरोप लगाया है।