Edited By Tanuja,Updated: 15 Jun, 2025 02:58 PM

ईरान और इजरायल के बीच चल रही जंग अब केवल इन दो देशों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि इसके असर से पूरा क्षेत्र हिल गया है। जहां एक ओर मिसाइलें और हवाई हमले हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ...
International Desk: ईरान और इजरायल के बीच चल रही जंग अब केवल इन दो देशों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि इसके असर से पूरा क्षेत्र हिल गया है। जहां एक ओर मिसाइलें और हवाई हमले हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कूटनीतिक मोर्चे पर यूरोप सक्रिय हुआ है जो इस युद्ध को रोकने के प्रयास कर रहा है।पश्चिम एशिया में इजरायल और ईरान के बीच युद्ध के चलते स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। इस बीच यूरोप के प्रमुख देशों जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन ने संकट कम करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों में जुट गए हैं । इन तीनों देशों ने ईरान से बातचीत की पेशकश की है, लेकिन इसके लिए एक कड़ी शर्त रखी गई है कि ईरान को किसी भी रूप में यूरोप के लिए खतरा नहीं बनना चाहिए।
जर्मनी-फ्रांस-ब्रिटेन ने वार्ता का मौका दिया
जर्मनी के विदेश मंत्री योहान वाडेफुल ने शनिवार को कहा, ईरान पहले ही एक बड़ा कूटनीतिक अवसर गंवा चुका है, लेकिन हम अभी भी बातचीत के लिए तैयार हैं, बशर्ते ईरान यह साबित करे कि वह यूरोप के लिए खतरा नहीं बनेगा।" तीनों यूरोपीय देश चाहते हैं कि तनाव को रोका जाए और क्षेत्र में स्थिरता बहाल हो।
इजराइल-ईरान युद्ध के तीसरे दिन की बड़ी घटनाएं:
- शनिवार देर रात इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान और बुशहर प्रांत में जबरदस्त हवाई हमले किए।
- इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने दावा किया कि तेहरान में रक्षा मंत्रालय, तेल व गैस डिपो और परमाणु शोध केंद्र को निशाना बनाया गया।
- कुल 150 से अधिक ठिकानों पर हमला किया गया।
- अब तक की जानकारी के अनुसार 138 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें 9 परमाणु वैज्ञानिक और 20 से ज्यादा सैन्य कमांडर शामिल हैं।
ईरान का जवाबी हमला
ईरान ने भी जोरदार पलटवार किया है। 150 मिसाइलों के हमले में 11 इजरायली नागरिकों की मौत हुई है और 300 से ज्यादा घायल हुए हैं। ईरान ने दावा किया है कि उसने इजरायल के 3 F-35 लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। तेहरान समेत 7 राज्यों में एयर डिफेंस सिस्टम को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
यमन हूती विद्रोहियों की एंट्री
इजरायल-ईरान युद्ध का दायरा अब और बढ़ता नजर आ रहा है। यमन के हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने ईरान के समर्थन से तेल अवीव पर दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। यह हमला कथित तौर पर इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों के जवाब में किया गया। हालांकि, इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इन दावों को खारिज किया और कहा कि मन से किसी भी मिसाइल हमले के सबूत नहीं मिले हैं।
क्षेत्र में तनाव चरम पर, परमाणु वार्ता भी रद्द ओमान की मध्यस्थता में चल रही ईरान-अमेरिका परमाणु वार्ता का छठा दौर भी रद्द कर दिया गया है। ईरान ने इस बातचीत को "अनुचित" बताया और इजरायल को वॉशिंगटन की शह पर हमला करने का दोषी ठहराया।