कोरोना में चीन को ये एक गलती पड़ेगी भारी, ‘भयावह प्रकोप’ का करना पड़ेगा सामना: अध्ययन

Edited By Tanuja,Updated: 29 Nov, 2021 10:29 AM

study warns china of colossal outbreak of covid 19 if it opens up

चीन के अधिकतर हिस्सों को दुनिया के लिए बंद रखा गया है क्योंकि एक नये अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि यदि वहां लगी पाबंदियों को हटा दिया जाता ...

बीजिंगः चीन के अधिकतर हिस्सों को दुनिया के लिए बंद रखा गया है क्योंकि एक नए अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि यदि वहां लगी पाबंदियों को हटा दिया जाता है तो उसे महामारी के ‘भयावह प्रकोप’ का सामना करना पड़ेगा और रोजाना संक्रमण के 6.30 लाख से अधिक मामले सामने आ सकते हैं। पेकिंग विश्वविद्यालय के गणितज्ञों की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर चीन अन्य देशों की तरह यात्रा प्रतिबंध को हटा देता है और कोराना वायरस संक्रमण के प्रसार को कतई बर्दाश्त नहीं करने के रुख को छोड़ देता है तो देश में रोजाना 6,30,000 से अधिक मामले सामने आ सकते हैं।

PunjabKesari

रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘आकलन में खुलासा हुआ है कि भयावह प्रकोप की संभावना है, जिसका बोझ चिकित्सा प्रणाली नहीं उठा सकती।’’ चीन में शनिवार को कोविड-19 के 23 नये मामले सामने आए जिनमें से 20 मामले अन्य देशों से आए और बीजिंग सहित अन्य शहरों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। दुनिया के अन्य हिस्सों में महामारी शुरू होने से पहले चीन के वुहान शहर में वर्ष 2019 के अंत में कोविड का पहला मामला आया था। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, चीन में अबतक कोविड-19 के 98,631 मामले आए हैं जबकि 4,636 मरीजों की मौत हुई है। इस समय 785 मरीज उपचाराधीन हैं।

PunjabKesari

चीन के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा चाइना सीडीसी साप्ताहिक में प्रकाशित खबर के मुताबिक पेकिंग विश्वविद्यालय के चार गणितज्ञों ने कहा है कि चीन बिना प्रभावी टीकाकरण और विशेष इलाज के सभी आने जाने वालों के लिए पृथकवास की व्यवस्था करने के लिए तैयार नहीं है। मौजूदा समय में विदेश से चीन आने वालों को निर्धारित होटलों में 21 दिनों तक पृथकवास में रहना पड़ता है। अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, स्पेन और फ्रांस के अगस्त से अबतक के आंकड़ों का विश्लेषण कर वैज्ञानिकों ने आकलन करने की कोशिश की कि चीन अगर इन देशों की तरह रणनीति अपनाए तो क्या प्रभाव पड़ेगा। अगस्त में इन सभी देशों में टीकाकरण की दर चीन से अधिक थी, साथ ही उच्च प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता के साथ-साथ चीन के मुकाबले कम जनसंख्या घनत्व था।

PunjabKesari


अनुसंधानकर्ताओं का आकलन है कि अगर चीन भी अमेरिका की रणनीति को महामारी से निपटने में अपनाता है तो दैनिक मामलों की संख्या 6,37,155 हो सकती है, जबकि अगस्त में 1,50,098 मामले रोजाना आ रहे थे। चीन की आबादी के करीब 76.8 प्रतिशत हिस्से का टीकाकरण हो चुका है।चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स की एक खबर के मुताबिक कोविड-19 के नये स्वरूप ओमीक्रोन के बारे में चीनी विशेषज्ञों का मानना है कि इससे दशहत में आने की जरूरत नहीं है क्योंकि बड़ी संख्या में ‘म्यूटेशन’ आवश्यक रूप से उच्च संक्रामकता का संकेत नहीं देते हैं।

PunjabKesari

इसमें यह भी कहा गया है कि महामारी रोकथाम के सख्त एवं अनुभवी प्रणाली के जरिये वह अपने देश के निवासियों को वायरस के नये स्वरूप से रक्षा करने में सक्षम है।अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि अगर चीन ब्रिटेन और फ्रांस की रणनीति का अनुकरण करता है तो रोजाना क्रमश: 2,75,793 और 4,54,198 नए संक्रमण के मामले आ सकते हैं। हालांकि, अध्ययन में स्वीकार किया गया कि यह गणितीय गणना पर आधारित है और यात्रा प्रतिबंध हटाने के प्रभावों का आकलन करने के लिए कहीं जटिल और गतिशील मॉडल की जरूरत है।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!