Edited By Tanuja,Updated: 28 Mar, 2022 11:40 AM
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान की मनमानियां मीडिया और अफगानी जनता के लिए जी का जंजाल बनती जा रही हैं।...
इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान की मनमानियां मीडिया और अफगानी जनता के लिए जी का जंजाल बनती जा रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय मंच से मान्यता का सपना देखने वाला तालिबान अपनी सरकार बनाने के दौरान किए किसी वायदे पर खरा नहीं उतरा है। प्राइमरी स्कूल के बाद लड़कियों की शिक्षा पर रोक के ऐलान के बाद अब तालिबान ने BBC समाचार प्रसारण व वॉयस ऑफ अमेरिका पर प्रतिबंध लगा दिया है। BBC ने कहा है कि पश्तो, फारसी और उज्बेक में बुलेटिन हटा दिए गए हैं और वॉयस ऑफ अमेरिका को भी प्रसारण रोकने का आदेश दिया गया है।
ब्रिटेन के राष्ट्रीय प्रसारक के मुताबिक BBC समाचार बुलेटिनों को ऑफ एयर करने का आदेश अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने दिया है। बीबीसी ने रविवार को यह घोषणा की और कहा"अफगानिस्तान के लोगों के लिए अनिश्चितता और अशांति के समय में यह एक चिंताजनक स्थिति है" BBC वर्ल्ड सर्विस में भाषाओं के प्रमुख तारिक कफाला ने कहा कि 60 लाख से अधिक अफगान बीबीसी की "स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता" की सेवाएं लेते हैं और कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें पहुंच से वंचित न किया जाए। बीबीसी की पत्रकार यालदा हकीम ने कफाला का बयान ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है, "हम तालिबान से अपने फैसले को वापस लेने की अपील करते हैं और अपने टीवी पार्टनरों के लिए बीबीसी के समाचार बुलेटिनों को तत्काल प्रसारण बहाल करने की मांग करते हैं"।
वॉयस ऑफ अमेरिका को भी किया बंद जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए ने अफगान मीडिया कंपनी मोबी ग्रुप का हवाला देते हुए कहा कि तालिबान की खुफिया एजेंसी के आदेश के बाद उसने वॉयस ऑफ अमेरिका (वीओए) का प्रसारण भी बंद कर दिया। डीपीए ने कहा कि सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल हक हम्माद ने इसकी पुष्टि की है। तालिबान के अंतरराष्ट्रीय प्रसारकों को ऑपरेशन से रोकने का कदम उसके द्वारा लड़कियों के माध्यमिक स्कूलों को फिर से खोलने के फैसले से पीछे हटने के कुछ दिनों बाद आया है। तालिबान ने जब अफगानिस्तान पर कब्जा किया तो पूरे देश में स्कूल बंद कर दिए गए।
पिछले हफ्ते ही भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी के परिजन ने तालिबान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत (आईसीसी) में शिकायत दर्ज कराई है। पुलित्जर पुरस्कार विजेता दानिश की हत्या 16 जुलाई 2021 को हुई थी। हत्या का आरोप तालिबान पर लगा था। परिवार के वकील ने कहा कि दानिश की हत्या के लिए जिम्मेदार तालिबान के उच्च स्तरीय कमांडरों पर कानूनी कार्रवाई के मकसद से शिकायत दर्ज कराई गई है।