Edited By Tanuja,Updated: 10 Dec, 2025 01:44 PM

यूरोप की 36 घंटे की यात्रा में व्यस्त राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पहली बार पारंपरिक प्रेस कॉन्फ़्रेंस की जगह व्हाट्सऐप ग्रुप चैट के जरिए पत्रकारों से संवाद किया। उड़ान के दौरान भेजे ऑडियो संदेशों में उन्होंने कहा कि यूक्रेन किसी भी कीमत पर अपना क्षेत्र...
International Desk: यूरोप के कई देशों की 36 घंटे की व्यस्त यात्रा के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के पास पारंपरिक रूप से संवाददाता सम्मेलन करने का समय नहीं था इसलिए उन्होंने इसका एक नया तरीका अपनाया। रूस के आक्रमण के बाद पहली बार जेलेंस्की ने मीडिया से एक ‘ग्रुप चैट' के जरिए संवाद किया। लंदन और ब्रसेल्स के बीच उड़ान भरने के दौरान उन्होंने व्हाट्सऐप पर यूक्रेनी और अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों के सवालों की एक लंबी सूची के ऑडियो संदेश के माध्यम से जवाब दिए। किसी विश्व नेता का इस तरीके से पत्रकारों से संवाद करना दुर्लभ है।
विमान की सतत गूंज और जेलेंस्की की थकान से भरी आवाज़ के बावजूद एक बात साफ थी कि युद्ध को खत्म करने के लिए अनिश्चित शांति वार्ताओं के बीच यूक्रेन किसी भी कीमत पर अपनी भूमि नहीं छोड़ेगा। उन्होंने सोमवार देर रात भेजे एक संदेश में कहा, ‘‘निस्संदेह, रूस चाहता है कि हम अपने क्षेत्र छोड़ दें लेकिन कानून हमें यह अनुमति नहीं देता… और सच कहें तो हमारा नैतिक अधिकार भी नहीं है।'' जेलेंस्की ने लंदन में ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के नेताओं से मुलाकात की। फिर ब्रसेल्स में नाटो और यूरोपीय संघ प्रमुखों से और उसके बाद रोम जाकर इटली की प्रधानमंत्री एवं पोप लियो 14वें से मुलाकात की।
गौरतलब है कि युद्ध की शुरुआत से ही जेलेंस्की ने हरसंभव तरीके से संवाद को प्राथमिकता दी है। वह दुनियाभर में यात्राएं करते हुए पत्रकारों के सवालों का सीधा जवाब देते रहे हैं। कीव पर जब 2022 में रूस ने हमला किया था तो जेलेंस्की ने मोबाइल पर वीडियो संदेश के जरिए यूक्रेनी जनता को आश्वस्त किया था, ‘‘हम सब यहां हैं। हमारे सैनिक यहां हैं, हम अपनी स्वतंत्रता की रक्षा कर रहे हैं।'' तब से वह लगातार वीडियो संदेश, विदेशी संसदों में डिजिटल माध्यम से भाषण, देर रात तक सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और उच्च सुरक्षा घेरे में पत्रकारों के सामने उपस्थित होकर लोगों से संवाद करते रहते हैं।