Edited By Pardeep,Updated: 05 Dec, 2023 06:48 AM
दक्षिण भारत के कई राज्यों में चक्रवात मिचौंग की वजह भारी बारिश हो रही है। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मिचौंग तूफान आज तमिलनाडु के तट से टकराएगा। तूफान से पहले भारी बारिश से बुरा हाल है। चेन्नई में बारिश का 80 साल का रिकॉर्ड टूट गया है।
नेशनल डेस्कः दक्षिण भारत के कई राज्यों में चक्रवात मिचौंग की वजह भारी बारिश हो रही है। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मिचौंग तूफान आज तमिलनाडु के तट से टकराएगा। तूफान से पहले भारी बारिश से बुरा हाल है। चेन्नई में बारिश का 80 साल का रिकॉर्ड टूट गया है।
चेन्नई मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार सुबह तमिलनाडु के दस जिलों में मध्यम बारिश, हल्की आंधी और बिजली गिरने का अनुमान लगाया है। तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुवल्लुर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, रानीपेट और वेल्लोर जिलों में मध्यम बारिश के साथ हल्की आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। तमिलनाडु के तिरुपत्तूर, तिरुवन्नामलाई, विल्लुपुरम और कन्याकुमारी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भी इसकी संभावना है।
वहीं चेन्नई में भयंकर तूफान और तेज बारिश से 5 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही कई फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु के सीएम से बातचीत कर हर संभव मदद का भरोसा दिया है। मिचौंग साइक्लोन के पूर्वी तट के करीब पहुंचने के कारण भारी बारिश के कारण चेन्नई में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसे देखते हुए 12 फ्लाइट कैंसिल कर दी गई हैं।
बता दें चक्रवात मिचौंग ने सोमवार को शहर और उसके उपनगरों में कहर बरपाया, जिससे भारी बारिश हुई और बाढ़ आ गई। शहर में पानी भर गया, जिससे उड़ानें और ट्रेनें बाधित हुईं और पानी में डूबी सड़क को पार करते हुए एक मगरमच्छ के वीडियो ने निवासियों को चौंका दिया। सूत्रों ने कहा कि चेन्नई और उसके आसपास कई कारखानों ने अस्थायी रूप से परिचालन निलंबित कर दिया है।
आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में मूसलाधार बारिश
चक्रवात ने तमिलनाडु में काफी तबाही मचाई है। यहां भारी बारिश से चेन्नई हवाईअड्डे का रनवे जलमग्न हो गया। वहीं, पल्लीकरनई में बाढ़ आने के कारण सड़कों पर पानी भर गया है। पानी का बहाव इतना तेज कि यहां कई कारें बह गईं।
सार्वजनिक संस्थानों में छुट्टियों की ऐलान
आंध्र प्रदेश का कहना है कि बापटला कलेक्टरेट ने स्थानीय लोगों की सुरक्षा और राहत कार्यों के लिए त्वरित और व्यापक उपाय किए हैं। चक्रवात के मद्देनजर अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। साथ ही 24 घंटे स्थिति के कोऑर्डिनेशन और मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा सार्वजनिक संस्थानों में छुट्टियों की घोषणा की गई है। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए यहां कई वाहन तैनात किए गए हैं। जरूरतमंद लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं।