Edited By Parveen Kumar,Updated: 29 Nov, 2025 08:34 PM

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से बड़े पैमाने पर हलचल तेज हो गई है। सीमा के पास मौजूद 72 आतंकी लॉन्चपैड्स को अब ‘गहराई वाले क्षेत्रों’ में शिफ्ट कर दिया गया है। यह जानकारी शनिवार को BSF के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी। BSF का कहना है कि सरकार के...
नेशनल डेस्क: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से बड़े पैमाने पर हलचल तेज हो गई है। सीमा के पास मौजूद 72 आतंकी लॉन्चपैड्स को अब ‘गहराई वाले क्षेत्रों’ में शिफ्ट कर दिया गया है। यह जानकारी शनिवार को BSF के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी। BSF का कहना है कि सरकार के आदेश मिलते ही वह दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाने के लिए पूरी तरह तैयार है, हालांकि मई में हुए चार दिवसीय संघर्ष के बाद सेना ने अभी कार्रवाई रोक रखी है।
सीमा से हटाकर गहराई में ले जाए गए लॉन्चपैड्स
BSF DIG विक्रम कुंवर के अनुसार- सियालकोट और ज़फरवल के गहराई वाले क्षेत्रों में लगभग 12 लॉन्चपैड्स सक्रिय हैं। अन्य इलाकों में 60 लॉन्चपैड्स ऑपरेट कर रहे हैं। ये लॉन्चपैड्स स्थायी नहीं होते-आतंकियों को भारत में घुसाने से पहले ही सक्रिय किए जाते हैं। अभी सीमा के पास कोई प्रशिक्षण कैंप मौजूद नहीं है।
आतंकियों का ‘मिक्स्ड ग्रुप’ तैयार कर रहा पाकिस्तान
DIG कुंवर ने बताया कि पहले जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकियों के लॉन्चपैड अलग-अलग होते थे।
लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने इन दोनों संगठनों के आतंकियों को मिलाकर ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है, ताकि वे किसी भी ग्रुप की तरह काम कर सकें।
BSF ने साफ कहा- 'सरकार कहे तो ऑपरेशन दोबारा शुरू कर देंगे'
BSF जम्मू फ्रंटियर के IG शशांक आनंद ने कहा-
- BSF हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
- 1965, 1971, करगिल 1999 और ऑपरेशन सिंदूर जैसे युद्धों का लंबा अनुभव है।
- जरूरत पड़ी तो दुश्मन को पहले से कहीं ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
पाकिस्तानी रेंजर्स की ‘भागती पोस्टें’ भी निगरानी में
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी रेंजर्स कई पोस्ट छोड़कर भाग गए थे। IG आनंद ने कहा-
- स्थिति सामान्य होने पर रेंजर्स वापस अपनी जगहों पर लौटेंगे।
- उनकी हर गतिविधि BSF की कड़ी निगरानी में है।
- हालात के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।