Edited By Mehak,Updated: 11 Nov, 2025 05:24 PM

दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में चिंता का माहौल है। सोशल मीडिया पर लोग यह चर्चा कर रहे हैं कि कहीं इस धमाके में पाकिस्तान की भूमिका साबित न हो जाए। एक्स (ट्विटर) और रेडिट पर कई यूजर्स ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने की बात कही, जबकि इसे “झूठा...
नेशनल डेस्क : दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार धमाके के बाद पाकिस्तान में सुरक्षा और राजनीतिक स्तर पर तेज हलचल देखने को मिली है। इस ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान की थल, वायु और जल सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सेना को नोटाम जारी किया गया कि तनावपूर्ण सीमा क्षेत्रों में हवाई यातायात पर पाबंदी लागू की जाए और सुरक्षा प्रोटोकॉल को और सख्त किया जाए। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार रात इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने एक उच्चस्तरीय बैठक की। मीटिंग के बारे में अधिक जानकारी पाकिस्तानी मीडिया को साझा नहीं की गई।
पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर डर का माहौल
दिल्ली ब्लास्ट की जांच जारी है, और इस बीच पाकिस्तान में चिंता और असुरक्षा का माहौल देखा जा रहा है। कई पाकिस्तानी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह चर्चा कर रहे हैं कि क्या इस धमाके में उनके देश की कोई भूमिका सामने आएगी। एक्स (ट्विटर) पर डॉक्टर फरहान विर्क ने लिखा कि पाकिस्तान को ही जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। वहीं एक और यूजर तैमूर मलिक ने कहा कि दो कारों में हुए धमाके के लिए पाकिस्तान को दोषी माना जाएगा, जिसे वह 'झूठा झंडा अभियान' बता रहे हैं।
इसके अलावा, अफगान नागरिक और पाकिस्तान पर नजर रखने वाले बुरहानउद्दीन ने बताया कि पाकिस्तान में ISIS (Daesh) सक्रिय है, और कुछ लोग दिल्ली ब्लास्ट के बाद खुश दिखाई दे रहे हैं। पूरी दुनिया उनकी हरकतों पर नजर रख रही है।
पीएम मोदी का सख्त रुख
इस मामले पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने भूटान में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, 'हम पूरी गंभीरता से जांच कर रहे हैं और किसी भी दोषी को न्याय से बचने नहीं दिया जाएगा। यह एक विचलित करने वाला मामला है और गुनहगारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।'
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ी चिंता
इस धमाके के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। भारत ने जांच तेज कर दी है और पाकिस्तान में भी सोशल मीडिया और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ गई है।