Edited By Pardeep,Updated: 16 Feb, 2025 11:37 PM

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भगदड़ के बाद, रविवार को पश्चिम बंगाल के आसनसोल स्टेशन पर भी अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। यह घटना उस समय घटी जब प्रयागराज होते हुए मुंबई जाने वाली ट्रेन आसनसोल स्टेशन पर पहुंची।
नई दिल्लीः नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भगदड़ के बाद, रविवार को पश्चिम बंगाल के आसनसोल स्टेशन पर भी अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। यह घटना उस समय घटी जब प्रयागराज होते हुए मुंबई जाने वाली ट्रेन आसनसोल स्टेशन पर पहुंची। जब यात्रियों ने ट्रेन के अनारक्षित या सामान्य डिब्बों में चढ़ने के लिए दौड़ना शुरू किया, तो स्टेशन पर भारी भीड़ जमा हो गई। हालांकि, इस बार भगदड़ जैसी स्थिति नहीं बनी, लेकिन इस अफरातफरी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
होल्डिंग एरिया में बेकाबू भीड़:
आसनसोल रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के इंतजामों को देखते हुए प्रशासन ने यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म के बाहर होल्डिंग एरिया बनाए थे, ताकि वे स्टेशन पर अफरातफरी की स्थिति से बच सकें। बावजूद इसके, जब ट्रेन का समय पास आया, तो स्टेशन के बाहर खड़े हजारों यात्री खुद को काबू नहीं कर पाए और सुरक्षा घेरा तोड़कर प्लेटफॉर्म की तरफ दौड़ पड़े। इस दौरान, स्टेशन पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे पुलिस उन्हें रोकने में नाकाम रहे, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
ट्रेन की समय से पहले पहुंचने से बढ़ी भीड़:
रविवार को, प्रयागराज होते हुए मुंबई जाने वाली आसनसोल मेल ट्रेन का प्रस्थान समय 7.40 बजे था, लेकिन यह ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर एक घंटे पहले पहुंच गई। ट्रेन के जल्दी पहुंचने से स्टेशन पर पहले से मौजूद हजारों यात्री घबराए हुए थे। रेलवे प्रशासन और पुलिस ने उन्हें ट्रेन के आने तक स्टेशन के बाहर इंतजार करने के निर्देश दिए थे, ताकि शनिवार को नई दिल्ली स्टेशन पर हुए हादसे की पुनरावृत्ति न हो सके। इसके बावजूद, यात्रियों ने जबरन सुरक्षा घेरा तोड़ा और प्लेटफॉर्म पर पहुंचने की कोशिश की।
अफरातफरी का कारण:
जब आसनसोल मेल ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंची और यात्रियों ने ट्रेन चढ़ने के लिए दौड़ना शुरू किया, तो प्लेटफॉर्म पर और स्टेशन के बाहर अफरातफरी मच गई। खासकर उन यात्रियों ने जो अनारक्षित डिब्बों में यात्रा कर रहे थे, वे ट्रेन में चढ़ने के लिए और सीट पाने के लिए प्लेटफॉर्म की तरफ दौड़े। इसने स्टेशन पर एक तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न कर दी।
आसनसोल रेलवे डिवीजन के डीआरएम ने इस घटना के बाद कहा कि यात्रियों को इस तरह की जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि पर्याप्त संख्या में ट्रेनें उपलब्ध हैं और हर दो घंटे में एक नई ट्रेन उपलब्ध होती है, इसलिए किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल:
आसनसोल स्टेशन के सुरक्षा इंतजामों की स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं, खासकर जब यात्रा की भीड़ नियंत्रण में नहीं आ पाई। नई दिल्ली स्टेशन की घटना से सीखने के बावजूद, आसनसोल स्टेशन पर सुरक्षा घेरों का टूटना और यात्रियों की बेकाबू भीड़ ने यह साबित कर दिया कि रेलवे को अपनी सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन प्रणाली में गंभीर सुधार की आवश्यकता है।
रेलवे अधिकारियों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि इस तरह की भीड़-भाड़ की स्थिति से बचने के लिए यात्रियों को स्टेशन पर धैर्य से काम लेने की सलाह दी थी। बावजूद इसके, यात्रियों ने इन निर्देशों को नजरअंदाज किया, जिससे एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की कमी उजागर हो गई।