Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Sep, 2022 11:28 AM

दिल्ली में यमुना नदी के तटवर्ती निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने के लिए ‘अलर्ट' घोषित किया गया है और नदी का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर 206.16 मीटर तक पहुंच गया है
नेशनल डेस्क: दिल्ली में यमुना नदी के तटवर्ती निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने के लिए ‘अलर्ट' घोषित किया गया है और नदी का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर 206.16 मीटर तक पहुंच गया है जो ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के बाद इस साल जलस्तर में अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पूर्वी दिल्ली के जिलाधिकारी अनिल बंका ने कहा कि जलस्तर के 206 मीटर के स्तर को पार करने के बाद मंगलवार सुबह लोगों को निकालने के लिए ‘अलर्ट' जारी किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘नदी के तटवर्ती निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है और लोगों को ऊंचाई वाले स्थानों पर भेजा जा रहा है।
सरकारी स्कूलों और आसपास के इलाकों में रैन बसेरों में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है।'' बंका ने कहा कि जलस्तर में और वृद्धि की आशंका के मद्देनजर लोगों को सावधान करने के लिए घोषणाएं की जा रही हैं। दिल्ली में नदी के निकटवर्ती निचले इलाकों को बाढ़ संभावित क्षेत्र माना जाता है, जहां लगभग 37,000 लोग रहते हैं। दो महीने के भीतर यह दूसरी बार है जब अधिकारियों ने बाढ़ जैसे हालात के कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया है।
दिल्ली बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने कहा कि पुरानी दिल्ली रेलवे पुल पर जलस्तर मंगलवार सुबह पौने छह बजे 206 मीटर को पार कर गया। सुबह आठ बजे तक नदी में जलस्तर बढ़कर 206.16 मीटर हो गया। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के पूर्वानुमान के अनुसार, दिन में तीन बजे से शाम पांच बजे के बीच जलस्तर बढ़कर 206.5 मीटर हो सकता है। अधिकारियों ने हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से सुबह सात बजे लगभग 96,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना दी।