Edited By Anu Malhotra,Updated: 18 Sep, 2025 12:12 PM

पटना के होटल मौर्या में गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात ने बिहार की सियासत में तूफान ला दिया। विधानसभा चुनाव 2025 से पहले हुई इस अहम बैठक को लेकर अब चर्चा तेज हो गई है कि एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला लगभग तय...
नेशनल डेस्क: पटना के होटल मौर्या में गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात ने बिहार की सियासत में तूफान ला दिया। विधानसभा चुनाव 2025 से पहले हुई इस अहम बैठक को लेकर अब चर्चा तेज हो गई है कि एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला लगभग तय कर लिया गया है।
सीट बंटवारे पर अहम बातचीत
सूत्रों के अनुसार, मुलाकात में जेडीयू और बीजेपी के बीच सीट शेयरिंग पर अंतिम दौर की बातचीत हुई। चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की सीटों की मांग पर भी गहन चर्चा चली। बताया जा रहा है कि इस बैठक में ही एनडीए के अंदरूनी समीकरण लगभग फाइनल कर लिए गए।
खुशमिजाज माहौल, लेकिन गहरी रणनीति
बता दें कि सीएम नीतीश होटल मौर्य पहुंचे तो अमित शाह ने आगे बढ़कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच बातचीत सहज और सकारात्मक माहौल में हुई। हालांकि बाहर आकर किसी ने भी आधिकारिक बयान नहीं दिया।
बैठक से बाहर निकलने का क्रम भी दिलचस्प
इस बीच, मीटिंग से सबसे पहले डेप्युटी सीएम सम्राट चौधरी और विजय चौधरी बाहर निकले। उसके बाद सीएम नीतीश सहयोगी संजय झा से बातचीत करते हुए होटल से बाहर आए। गृहमंत्री शाह यहां से सीधे डेहरी रवाना हो गए, जहां उन्हें बीजेपी कार्यकर्ताओं से मिलना था।
बिहार में नया समीकरण या मजबूती?
हालांकि नेताओं की मुस्कान और चुप्पी दोनों ही संकेत देती हैं कि चुनावी रणनीति का बड़ा खाका तैयार हो चुका है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सीटों की औपचारिक घोषणा कब होती है और इसमें किसे कितना हिस्सा मिलता है।