Edited By Anu Malhotra,Updated: 07 Jun, 2023 04:18 PM

गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के कुछ दिन बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को उनके मुद्दों पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। वहीं आज बजरंग पूनिया और साक्षी...
नई दिल्ली: ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया की अगुवाई में शीर्ष पहलवानों की खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ उनके आवास पर बुधवार की सुबह महत्वपूर्ण बैठक शुरू हुई। सरकार ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पहलवानों के साथ समझौता करने का प्रयास जारी रखा है। गतिरोध खत्म करने के लिए ठाकुर ने यह बैठक बुलाई है क्योंकि पहलवान इस बात पर अड़े हुए हैं कि वे तब तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे जब तक कि बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया जाता जिस पर कथित यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं।
आंदोलन की अगुआई कर रहे पहलवानों में शामिल विनेश फोगाट बैठक में हिस्सा नहीं ले रही हैं क्योंकि वह हरियाणा के अपने गांव बलाली में हैं जहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ‘पंचायत' का आयोजन हो रहा है। बजरंग, रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक और उनके पहलवान पति सत्यव्रत कादियान बैठक के लिए ठाकुर के घर पहुंचे। आंदोलन में पहलवानों का समर्थन कर रहे भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे।
एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ये पहलवान 23 अप्रैल से दोबारा जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। लेकिन 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर वहां महिला महापंचायत के आयोजन के लिए बढ़ने की कोशिश के बाद दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को कानून और व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में हिरासत में ले लिया था और फिर उन्हें धरना स्थल से हटा दिया गया। सरकार और आंदोलनकारी पहलवानों के बीच पांच दिन में यह दूसरे दौर की बैठक है। पहलवानों ने शनिवार की रात को गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी और उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराया था।
पहलवानों ने सरकार के सामने ये पांच मांगें रखी हैं-
-रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निष्पक्ष चुनाव कराएं जाए
-WFI की एक महिला को अध्यक्ष बनाया जाए
-बृजभूषण के परिवार से कोई भी WFI का हिस्सा नहीं होना चाहिए
-28 अप्रैल को पहलवानों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर रद्द की जाए
-बृजभूषण की गिरफ्तारी हो
सरकार पहलवानों की अधिकतर मांगें मानने को तैयार है लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर गतिरोध बना हुआ है। पहलवान पिछले हफ्ते उत्तर रेलवे के साथ अपनी नौकरी पर भी लौट गए। साक्षी और बजरंग ओएसडी के रूप में रेलवे के साथ जुड़े हैं। खेल मंत्रालय के अधिकारी ने बैठक से पहले कहा, ‘‘पहलवानों का रवैया सकारात्मक लग रहा है। हमें आज समाधान की उम्मीद है। विचार यह है कि खेल को नुकसान नहीं पहुंचे।'