Edited By Yaspal,Updated: 25 Jun, 2022 05:25 PM
सम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि उन्हें खुशी है कि शिवसेना की राजनीतिक खींचतान असम तक पहुंच गई है और पूर्वोत्तर राज्य में बाढ़ की स्थिति को उजागर करने में मददगार साबित हुई है। श्री सरमा ने पूरे प्रकरण में असम भारतीय जनता...
नेशनल डेस्कः असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि उन्हें खुशी है कि शिवसेना की राजनीतिक खींचतान असम तक पहुंच गई है और पूर्वोत्तर राज्य में बाढ़ की स्थिति को उजागर करने में मददगार साबित हुई है। श्री सरमा ने पूरे प्रकरण में असम भारतीय जनता पाटर्ी की किसी भी तरह की संलिप्तता से स्पष्ट रूप से इनकार किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा दायित्व बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा और आरामदायक आश्रय प्रदान करना है। कल, भले ही कांग्रेस आए, मैं वैसा ही स्वागत करूंगा। मैं आभारी हूं कि शिवसेना आई, इसकी वजह से असम की बाढ़ को उजागर किया गया।''
इस साल अप्रैल से अब तक असम के 35 में से 28 जिलों में 33 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अप्रैल से अब तक बाढ़ और भूस्खलन में 117 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के दूसरे सबसे बड़े शहर सिल्चर का करीब 80 फीसदी हिस्सा पानी में डूब गया है जबकि लोग भोजन और पानी की आपूर्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बाढ़ की गंभीर स्थिति ने निवासियों को भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाने के लिए प्रेरित किया है। गुवाहाटी में, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि महाराष्ट्र के विधायकों को वापस भेजा जाए और सरकार बाढ़ के प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करे।