Edited By Mehak,Updated: 15 Aug, 2025 01:49 PM

79वें स्वतंत्रता दिवस पर वाराणसी के बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में इस बार देशभक्ति और आध्यात्म का अनोखा संगम देखने को मिला। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक इस पवित्र स्थल पर तड़के मंगला आरती के समय बाबा का भव्य श्रृंगार किया गया, जिसमें उन्हें...
नेशनल डेस्क : 79वें स्वतंत्रता दिवस पर वाराणसी के बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में इस बार देशभक्ति और आध्यात्म का अनोखा संगम देखने को मिला। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक इस पवित्र स्थल पर तड़के मंगला आरती के समय बाबा का भव्य श्रृंगार किया गया, जिसमें उन्हें राष्ट्रध्वज के तीन रंगों - केसरिया, सफेद और हरे से सजाया गया।
मंदिर के गर्भगृह को केसरिया गेंदा, सफेद रजनीगंधा और हरी पत्तियों से दुल्हन की तरह सजाया गया था। जगह-जगह राष्ट्रध्वज भी लगाए गए, जिससे माहौल और भी विशेष हो गया। मंगला आरती के दौरान पूरा परिसर शंख और घंटियों की मधुर ध्वनि से गूंज उठा। हजारों भक्त 'हर हर महादेव' और 'जय हिंद' के नारे लगाते हुए इस अद्भुत दृश्य के साक्षी बने।
भक्तों का कहना था कि उन्होंने पहली बार बाबा के दरबार में इस तरह का देशभक्ति और भक्ति का संगम देखा है। मंदिर के मुख्य अर्चक ने बताया कि यह पहली बार है जब स्वतंत्रता दिवस पर बाबा का इतना विशेष श्रृंगार किया गया है, जो देश की एकता, अखंडता और आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है।
सुबह से ही बाबा के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं, और हर कोई इस ऐतिहासिक पल को अपनी आंखों और कैमरों में कैद करने के लिए उत्सुक था। यह नजारा इस बात का संदेश देता है कि भक्ति और राष्ट्रप्रेम एक-दूसरे के पूरक हैं।