Edited By Parveen Kumar,Updated: 04 Oct, 2025 05:56 PM

भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने Google Chrome और Mozilla Firefox ब्राउज़र उपयोगकर्ताओं के लिए हाई-सीवियरिटी अलर्ट जारी किया है। एजेंसी का कहना है कि पुराने वर्ज़न में कई गंभीर कमजोरियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स संवेदनशील...
नेशनल डेस्क: भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने Google Chrome और Mozilla Firefox ब्राउज़र उपयोगकर्ताओं के लिए हाई-सीवियरिटी अलर्ट जारी किया है। एजेंसी का कहना है कि पुराने वर्ज़न में कई गंभीर कमजोरियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स संवेदनशील डेटा चुरा सकते हैं या डिवाइस में मालवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं। यूज़र्स को तुरंत अपने ब्राउज़र अपडेट करने की सलाह दी गई है।
Chrome यूज़र्स के लिए बड़ा खतरा
CERT-In ने चेतावनी दी है कि Chrome के पुराने वर्ज़न — Linux पर 141.0.7390.54 और Windows व macOS पर 141.0.7390.54/55 से पहले वाले — में खतरनाक बग मौजूद हैं। इनमें WebGPU और Video में heap buffer overflow, Storage और Tab में डेटा लीक, तथा Media व Drmbox में गलत इंप्लीमेंटेशन जैसी खामियां पाई गईं। रिपोर्ट के अनुसार, इन कमजोरियों का फायदा उठाकर रिमोट अटैकर यूज़र को मालिशियस वेबसाइट पर भेज सकता है और सिस्टम पर कोड रन कर सकता है, जिससे प्राइवेट डेटा तक पहुंच संभव है।
Firefox भी सुरक्षित नहीं
Mozilla Firefox के वर्ज़न 143.0.3 से पुराने और iOS के लिए 143.1 से नीचे वाले वर्ज़न में भी गंभीर कमजोरियां मिली हैं। इसमें cookie storage का आइसोलेशन सही न होना, Graphics Canvas2D में integer overflow, और JavaScript Engine में JIT miscompilation जैसी समस्याएं शामिल हैं। CERT-In का कहना है कि इन बग्स का फायदा उठाकर हैकर्स मालिशियस रिक्वेस्ट के ज़रिए सिस्टम पर कंट्रोल कर सकते हैं और ब्राउज़र में सेव संवेदनशील डेटा चोरी कर सकते हैं।
यूज़र्स क्या करें?
CERT-In ने इन दोनों अलर्ट्स को हाई-रिस्क कैटेगरी में रखा है और यूज़र्स से तुरंत Chrome और Firefox के लेटेस्ट वर्ज़न इंस्टॉल करने की अपील की है। Google और Mozilla दोनों ने ही सिक्योरिटी पैच जारी कर दिए हैं। विस्तृत जानकारी और पैच लिंक CERT-In की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।