Edited By Yaspal,Updated: 16 Jan, 2020 08:38 PM
मिजोरम से विस्थापित हुए 30 हजार से अधिक ब्रू आदिवासी त्रिपुरा में स्थायी रूप से बसेंगे। इस संबंध में गुरुवार को एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर हुए। ये विस्थापित ब्रू आदिवासी 1997 से त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में शरणार्थियों के रूप में रह
नई दिल्लीः मिजोरम से विस्थापित हुए 30 हजार से अधिक ब्रू आदिवासी त्रिपुरा में स्थायी रूप से बसेंगे। इस संबंध में गुरुवार को एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर हुए। केंद्रीय गृहमंत्री और प्रतिनिधियों के बीच हुए समझौते के तहत ब्रू शरणार्थियों को चार लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट के साथ 40 से 30 फीट का प्लॉट और दो साल तक 5,000 रुपये प्रति माह की नकद सहायता और मुफ्त राशन दिया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 600 करोड़ रुपये का पैकेज देने का एलान किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में आज यहां नॉर्थ ब्लॉक में ब्रू समुदाय, केंद्र सरकार और मिजोरम सरकार के प्रतिनिधियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। शाह ने कहा कि समझौते के तहत 30 हजार से अधिक ब्रू आदिवासी स्थायी रूप से त्रिपुरा में रहेंगे। ब्रू और मिजो समुदायों के बीच जातीय संघर्ष के बाद 1997 में मिजोरम से भागे ब्रू आदिवासी त्रिपुरा में विभिन्न राहत शिविरों में रह रहे हैं।
आदिवासी समुदाय के इन लोगों को मिजोरम वापस भेजने के लिए जुलाई 2018 में एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे, लेकिन यह क्रियान्वित नहीं हो सका क्योंकि अधिकतर विस्थापित लोगों ने मिजोरम वापस जाने से इनकार कर दिया।