Edited By Anu Malhotra,Updated: 09 Dec, 2025 11:47 AM

Swiss Bank का नाम सुनते ही दिमाग में गोपनीयता, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा की छवि उभरती है। कई लोगों को यह भी लगता है कि वहां पैसा जमा करने से भारी ब्याज मिलेगा और संपत्ति तेज़ी से बढ़ेगी। लेकिन सच इससे बिल्कुल अलग है। भारत जैसे देशों की...
नेशनल डेस्क: Swiss Bank का नाम सुनते ही दिमाग में गोपनीयता, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा की छवि उभरती है। कई लोगों को यह भी लगता है कि वहां पैसा जमा करने से भारी ब्याज मिलेगा और संपत्ति तेज़ी से बढ़ेगी। लेकिन सच इससे बिल्कुल अलग है। भारत जैसे देशों की बैंकिंग सोच से स्विट्जरलैंड की वित्तीय व्यवस्था पूरी तरह भिन्न है। ऐसे में यह समझना ज़रूरी है कि यदि कोई व्यक्ति 10 लाख रुपये स्विस बैंक में रख दे, तो पाँच साल बाद उस राशि का वास्तविक मूल्य क्या होगा।
1. स्विस बचत खातों में ब्याज लगभग शून्य
स्विट्जरलैंड में आम सेविंग अकाउंट्स पर लगभग 0% ब्याज मिलता है। यानी आपका पैसा बैंक में सिर्फ सुरक्षित रहता है, बढ़ता नहीं। वहाँ की अर्थव्यवस्था लंबे समय से बेहद कम ब्याज दरों पर operate करती रही है।
2. बड़ी रकम पर उल्टा चार्ज कट सकता है
यदि खाते में बड़ी राशि रखी जाए, तो कई बैंक नेगेटिव ब्याज यानी “पैसा रखने का शुल्क” भी वसूलते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि ब्याज मिलने के बजाय आपको हर साल कुछ फीस देनी पड़ेगी।
3. लोग वहां ब्याज के लिए नहीं, सुरक्षा के लिए पैसा रखते हैं....
स्विस बैंक का आकर्षण ब्याज नहीं, बल्कि-
-वित्तीय गोपनीयता
-राजनीतिक स्थिरता
-संपत्ति की सुरक्षा
दीर्घकालिक प्रोटेक्शन के कारण है। यही वजह है कि लोग वहां पैसा रखते हैं, न कि सेविंग बढ़ाने के लिए।
4. बड़े निवेशकों को मिलती है पोर्टफोलियो मैनेजमेंट की सुविधा
उच्च नेटवर्थ क्लाइंट्स कस्टमाइज्ड इन्वेस्टमेंट प्लान ले सकते हैं, जिनका मुनाफा स्टॉक मार्केट और वैश्विक वित्तीय माहौल पर निर्भर करता है। यह ब्याज से अलग पूरी तरह निवेश आधारित रिटर्न है।
5. 10 लाख रुपये 5 साल में कितना होगा?
यदि आप 10 लाख रुपये को स्विस फ्रैंक में बदलकर बैंक में बिना किसी निवेश के 5 साल तक रखें—
0% ब्याज से राशि जितनी की तितनी रहेगी
यदि नेगेटिव ब्याज लागू है तो हर साल थोड़ी–थोड़ी घट सकती है
यानी ब्याज की वजह से रकम नहीं बढ़ती।
6. असली फर्क डालता है रुपए–फ्रैंक का एक्सचेंज रेट
5 साल बाद आपकी रकम का मूल्य भारत में इस बात पर निर्भर करेगा कि उस समय INR–CHF एक्सचेंज रेट क्या है।
स्विट्जरलैंड में बैलेंस भले न बदले, लेकिन मुद्रा उतार-चढ़ाव के चलते भारत में इसकी कीमत बढ़ भी सकती है या घट भी सकती है।
इस प्रक्रिया का बैंक ब्याज से कोई संबंध नहीं है।
तो स्विस अकाउंट का असली उपयोग क्या है?
ये खाते मुख्य रूप से उपयोग होते हैं—
इंटरनेशनल ट्रेड
ग्लोबल इन्वेस्टमेंट
लीगल टैक्स प्लानिंग
क्रॉस-बॉर्डर फाइनेंशियल मैनेजमेंट के लिए—not savings growth.