Edited By Anu Malhotra,Updated: 08 Nov, 2025 01:34 PM

कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया का कहना है कि आने वाले सालों में सोना निवेशकों के लिए फिर से चमक बिखेर सकता है। उनके मुताबिक, 2026 तक 24 कैरेट सोने की कीमत 1,05,000 से 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है। वहीं 22 कैरेट सोना करीब 1,00,000 रुपये...
नई दिल्ली: हर साल की तरह इस बार भी फेस्टिव सीजन में सोना और चांदी की खरीदारी ने बाजार को रफ्तार दी। लेकिन जैसे ही त्योहारी माहौल खत्म हुआ, इन दोनों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। हालांकि बीते दो दिनों से सोने और चांदी के दामों में हल्की तेजी लौटती दिखाई दी है। कई लोग इस गिरावट को मौके के रूप में देख रहे हैं - उनका मानना है कि अभी सस्ता सोना खरीदना निवेश के लिहाज से बेहतर रहेगा। वहीं कुछ लोग इसे अगले साल तक टालने का विचार कर रहे हैं। सवाल ये है कि क्या सोना अगले साल भी इसी दायरे में रहेगा या फिर इसकी कीमतें आसमान छुएंगी?
साल 2026 तक कितना बढ़ेगा सोने का भाव?
कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया का कहना है कि आने वाले सालों में सोना निवेशकों के लिए फिर से चमक बिखेर सकता है। उनके मुताबिक, 2026 तक 24 कैरेट सोने की कीमत 1,05,000 से 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है। वहीं 22 कैरेट सोना करीब 1,00,000 रुपये के आसपास रह सकता है।
अजय केडिया का मानना है कि अब सोने में भारी गिरावट की संभावना नहीं है, बल्कि टाइम करेक्शन यानी स्थिर भाव देखने को मिल सकते हैं। यानी, कीमतें कुछ समय तक लगभग एक ही स्तर पर टिके रहने की उम्मीद है।
अगले 6 महीनों में क्या रहेगा रुझान?
विशेषज्ञों के अनुसार, अगले छह महीनों में सोना काफी स्थिर दायरे में रह सकता है। एमसीएक्स (MCX) पर पिछले कुछ समय से सोने की कीमत लगभग 1,20,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास घूम रही है। इसमें न तो तेज उछाल है और न ही बड़ी गिरावट।
मौजूदा कीमतें क्या कहती हैं?
एमसीएक्स के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार दोपहर 1:28 बजे सोने की कीमत 1,21,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रही थी, जो पिछले दिन की तुलना में 537 रुपये की बढ़त दिखाती है। अब तक सोने ने 1,20,658 रुपये का लो और 1,21,658 रुपये का हाई रिकॉर्ड किया है।
निवेशकों के लिए संदेश
अजय केडिया का कहना है कि जो निवेशक लॉन्ग टर्म के लिए सोना खरीदने की सोच रहे हैं, उनके लिए मौजूदा दाम एक अच्छा एंट्री पॉइंट हो सकते हैं। वहीं शॉर्ट टर्म में ज्यादा मुनाफे की उम्मीद रखने वालों को सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि बाजार आने वाले महीनों में स्थिर गति से चल सकता है।