Edited By Mansa Devi,Updated: 27 Dec, 2025 11:50 AM

बेटियों की पढ़ाई और उनके बेहतर भविष्य को सुरक्षित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री राजश्री योजना, जिसके तहत बेटियों को जन्म से लेकर 12वीं कक्षा तक...
नेशनल डेस्क: बेटियों की पढ़ाई और उनके बेहतर भविष्य को सुरक्षित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री राजश्री योजना, जिसके तहत बेटियों को जन्म से लेकर 12वीं कक्षा तक कुल 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य न सिर्फ बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है, बल्कि राज्य में भ्रूण हत्या पर रोक लगाने और लिंगानुपात को संतुलित करने का भी है।
क्या है मुख्यमंत्री राजश्री योजना?
राजस्थान सरकार ने मुख्यमंत्री राजश्री योजना की शुरुआत साल 2016 में की थी। इसके तहत पात्र बेटियों को अलग-अलग चरणों में कुल छह किस्तों में यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाती है। सरकार का मानना है कि आर्थिक सहयोग मिलने से बेटियों की पढ़ाई बीच में छूटने की आशंका कम होगी और अभिभावकों को भी राहत मिलेगी।
कौन उठा सकता है इस योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ केवल राजस्थान के स्थायी निवासियों को ही मिलता है। इसके लिए जरूरी है कि बच्ची का जन्म 1 जून 2016 के बाद हुआ हो और उसका जन्म किसी सरकारी या मान्यता प्राप्त अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में दर्ज हो। इन शर्तों को पूरा करने वाली बालिकाएं इस योजना के दायरे में आती हैं।
कैसे करें आवेदन
योजना के तहत आवेदन करते समय कुछ जरूरी दस्तावेजों की जरूरत होती है, जिनमें बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र, आधार या भामाशाह कार्ड, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्ड और स्कूल में प्रवेश से संबंधित प्रमाण शामिल हैं। आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पूरी की जा सकती है, वहीं इच्छुक लाभार्थी महिला एवं बाल विकास कार्यालय में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री राजश्री योजना के तहत मिलने वाली राशि अलग-अलग शैक्षणिक और उम्र से जुड़े चरणों में जारी की जाती है। जन्म के समय पहली किस्त दी जाती है, इसके बाद एक वर्ष की उम्र और टीकाकरण पूरा होने पर दूसरी किस्त मिलती है। स्कूल में दाखिले, कक्षा 6 और कक्षा 10 में प्रवेश के बाद क्रमशः अगली किस्तें जारी की जाती हैं।
योजना की सबसे बड़ी राशि 12वीं कक्षा पास करने के बाद दी जाती है, जिससे बेटियों को आगे की पढ़ाई या भविष्य की तैयारी में मदद मिल सके। राज्य सरकार का कहना है कि यह योजना बेटियों के सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है, जिससे समाज में उनकी स्थिति मजबूत होगी और शिक्षा के प्रति सकारात्मक माहौल बनेगा।