Edited By Shubham Anand,Updated: 08 Nov, 2025 09:24 PM

दिल्ली की हवा शनिवार, 8 नवंबर को फिर गंभीर स्तर पर पहुंच गई है। औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 372 दर्ज हुआ, जबकि अलीपुर में 417, आईटीओ 408 और नेहरू नगर 407 रहा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है। CPCB के आंकड़ों के अनुसार,...
नेशनल डेस्क : दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार, 8 नवंबर को एक बार फिर गंभीर स्तर पर पहुंच गई है। राजधानी में सांस लेना मुश्किल हो गया है। शनिवार शाम औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 372 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। कुछ इलाकों में हालात और भी चिंताजनक हैं, अलीपुर में AQI 417, आईटीओ 408, नेहरू नगर 407, पटपड़गंज 403 और पंजाबी बाग 404 दर्ज किया गया।
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के समीर एप के अनुसार, शाम चार बजे AQI 361 था, जो कुछ घंटों में बढ़कर 372 हो गया। दिल्ली के कई हिस्सों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है और राजधानी देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गई है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की स्थिति भी गंभीर
NCR के अन्य शहरों में भी प्रदूषण चिंता बढ़ा रहा है। नोएडा में AQI 354, ग्रेटर नोएडा 336 और गुरुग्राम में बेहद खराब स्तर दर्ज किया गया। CPCB समीर एप के 39 मॉनिटरिंग स्टेशनों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है।
AQI 400 के पार इलाकों में शामिल हैं
अलीपुर (417), आईटीओ (408), पंजाबी बाग (404), नेहरू नगर (407), पटपड़गंज (403), अशोक विहार (402), सोनिया विहार (401), जहांगीरपुरी (409), रोहिणी (408), विवेक विहार (415), नरेला (412), वजीरपुर (424), बवाना (424), चांदनी चौक (400) और बुराड़ी क्रॉसिंग (420)।
CPCB के मानकों के अनुसार, AQI 0-50 ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’ और 401-500 ‘गंभीर’ माना जाता है। एयर क्वालिटी अर्ली वॉर्निंग सिस्टम के मुताबिक, आने वाले कई दिनों तक दिल्ली और NCR की हवा बेहद खराब रहने की संभावना है।