Edited By Shubham Anand,Updated: 24 Nov, 2025 02:38 PM

बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र के 89 वर्ष की उम्र में निधन की खबर से सोशल मीडिया पर शोक की लहर है। फैंस और सेलेब्स ऑनलाइन श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 65 साल के करियर में कई ब्लॉकबस्टर देने वाले धर्मेंद्र की दूसरी शादी हमेशा चर्चा में रही। 1980 में उन्होंने...
नेशनल डेस्क : महान अभिनेता और बॉलीवुड के मूल 'एक्शन हीरो' धर्मेंद्र का आज 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर आई, प्रशंसकों और सेलेब्रिटीज में शोक की लहर दौड़ गई। इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और फेसबुक पर लाखों लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 65 साल के शानदार करियर में धर्मेंद्र ने 'शोले', 'चुपके चुपके', 'सीता और गीता', 'धर्मवीर', 'यमला पगला दीवाना' जैसी दर्जनों ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं। वे बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार थे जिन्हें 'ही-मैन' और 'गबर' जैसे नाम मिले।
विवादों में रही दूसरी शादी
धर्मेंद्र का निजी जीवन हमेशा सुर्खियों में रहा। वर्ष 1954 में उन्होंने प्रकाश कौर से पहली शादी की थी। इस दंपति के चार संतानें हैं – सनी देओल, बॉबी देओल, अजेता देओल और विजेता देओल। 1970 के दशक में फिल्म 'शोले' की शूटिंग के दौरान उनकी मुलाकात ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी से हुई और दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। वर्ष 1980 में दोनों ने शादी कर ली।
चूंकि धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे, इसलिए हिंदू विवाह अधिनियम के तहत उनकी दूसरी शादी की वैधता पर सवाल उठते रहे। शादी के बाद लंबे समय तक यह अफवाह चलती रही कि कानूनी अड़चन दूर करने के लिए धर्मेंद्र ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया और हेमा मालिनी के साथ निकाह किया। कहा गया कि उन्होंने नाम बदलकर दिलावर खान और हेमा ने आयशा बी रखा था।
धर्मेंद्र और हेमा ने हमेशा खारिज किए आरोप
धर्मेंद्र ने कई इंटरव्यू में इन अफवाहों को सिरे से खारिज किया। वर्ष 2004 में आउटलुक को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “यह आरोप पूरी तरह गलत हैं। मैं वह इंसान नहीं हूं जो अपने निजी हित के लिए अपना धर्म बदल ले।”हेमा मालिनी की अधिकृत जीवनी 'हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल' (लेखक – राम कमल मुखर्जी) में भी धर्म परिवर्तन और निकाह की इन अफवाहों का स्पष्ट खंडन किया गया है।
2004 में फिर गर्म हुआ विवाद
2004 में जब धर्मेंद्र बीकानेर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे, तब कांग्रेस पार्टी ने उनके चुनावी हलफनामे पर सवाल उठाए थे। आरोप था कि उन्होंने अपनी संपत्ति के घोषणा-पत्र में केवल पहली पत्नी प्रकाश कौर का उल्लेख किया, हेमा मालिनी का नहीं। उसी समय हेमा मालिनी राज्यसभा सदस्य थीं और उनपर भी आरोप लगा कि उन्होंने अपना धर्म और वैवाहिक स्थिति छिपाई है। हेमा मालिनी ने सभी आरोपों को निराधार बताया था और कहा था, “यह हमारा निजी मामला है। हम आपस में सुलझा लेंगे। किसी तीसरे को इससे तकलीफ नहीं होनी चाहिए।”