Health Alert: सावधान! हर दिन चाय के साथ शरीर में जा रहा ये खतरनाक पदार्थ, स्टडी में हुआ चौकाने वाला खुलासा

Edited By Updated: 26 Jul, 2025 02:34 PM

drinking tea in disposable cups is dangerous

हमारे दिन की शुरुआत अक्सर एक कप चाय या कॉफी से होती है। यह हमारे लिए ऊर्जा का स्रोत भी है और एक आदत भी। लेकिन जब आप यह गर्म पेय डिस्पोजेबल प्लास्टिक या पेपर कप में पीते हैं, तो आपकी सेहत के लिए खतरा बढ़ जाता है। यह खतरा इतना गंभीर है कि आपको सावधानी...

नेशनल डेस्क: हमारे दिन की शुरुआत अक्सर एक कप चाय या कॉफी से होती है। यह हमारे लिए ऊर्जा का स्रोत भी है और एक आदत भी। लेकिन जब आप यह गर्म पेय डिस्पोजेबल प्लास्टिक या पेपर कप में पीते हैं, तो आपकी सेहत के लिए खतरा बढ़ जाता है। यह खतरा इतना गंभीर है कि आपको सावधानी बरतनी जरूरी है। ऐसे कप्स से हर दिन आपके शरीर में हजारों माइक्रोप्लास्टिक के छोटे-छोटे कण पहुंच सकते हैं, जो धीरे-धीरे आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं।

डिस्पोजेबल कप्स में छुपा है माइक्रोप्लास्टिक का खतरा
हाल ही में IIT खड़गपुर की एक स्टडी में यह पाया गया कि 85 से 90 डिग्री सेल्सियस तापमान की चाय या कॉफी जब पेपर या प्लास्टिक के कप में डाली जाती है, तो केवल 15 मिनट के भीतर उस पेय में लगभग 25,000 माइक्रोप्लास्टिक कण घुल जाते हैं। इसका मतलब है कि अगर आप दिन में तीन बार ऐसे कप में चाय या कॉफी पीते हैं, तो आप रोजाना 75,000 माइक्रोप्लास्टिक कण अपने शरीर में ले रहे हैं। यह अध्ययन डॉ. सुधा गोयल द्वारा किया गया था।

माइक्रोप्लास्टिक क्या है और क्यों है खतरनाक?
माइक्रोप्लास्टिक वे बेहद छोटे प्लास्टिक के टुकड़े होते हैं जो हमारी नजर से छुपे होते हैं। ये हमारे शरीर में जाकर कई तरह की बीमारियां पैदा कर सकते हैं। डिस्पोजेबल कप्स की कोटिंग में बिस्फेनोल्स, फ्थेलेट्स, डायॉक्सिन्स जैसे हानिकारक केमिकल्स होते हैं जो हार्मोनल असंतुलन, प्रजनन समस्याएं, बच्चों की विकास बाधित होना, मोटापा, कैंसर, मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को नुकसान, और इम्यून सिस्टम की कमजोरी जैसे गंभीर रोगों का कारण बन सकते हैं।

सेहत और पर्यावरण दोनों के लिए बेहतर विकल्प
डिस्पोजेबल कपों का उपयोग जितना आसान लगता है, उससे कहीं ज्यादा खतरनाक भी है। ऐसे कपों के इस्तेमाल से न केवल हमारी सेहत प्रभावित होती है, बल्कि ये पर्यावरण के लिए भी नुकसानदेह हैं। इसलिए सबसे अच्छा उपाय यह है कि आप यात्रा या बाहर जाने के समय अपना स्टील या कांच का कप साथ लेकर चलें। यह विकल्प न केवल स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है, बल्कि पर्यावरण को भी प्रदूषण से बचाता है।

क्या कहती हैं विशेषज्ञ और सोशल मीडिया पर चेतावनी?
IIEST की चेयरपर्सन तेजस्विनी अनंतकुमार ने भी सोशल मीडिया पर यह सच बताया है कि डिस्पोजेबल कप्स से शरीर में माइक्रोप्लास्टिक का असर होता है। उन्होंने लोगों को यह सलाह दी है कि वे हमेशा अपना कप साथ लेकर यात्रा करें और स्वास्थ्य को सुरक्षित रखें। इस प्रकार की जागरूकता फैलाना आज की जरूरत है ताकि हम अपने और अपने परिवार की सेहत को बचा सकें।

आप कैसे बचाव कर सकते हैं?

  1. बाहर जाते समय हमेशा अपना स्टील या कांच का कप साथ रखें।

  2. गर्म पेय पदार्थों के लिए डिस्पोजेबल कप के बजाय स्थायी कप का उपयोग करें।

  3. प्लास्टिक और पेपर कप का उपयोग जितना हो सके कम करें।

  4. अपने आसपास के लोगों को भी इस खतरे से अवगत कराएं।

  5. पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्लास्टिक के उपयोग में कमी लाएं।

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