Edited By Tanuja,Updated: 25 Dec, 2025 06:29 PM

तिब्बत में 25 दिसंबर को 4.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र 10 किमी गहराई पर था। इससे पहले 3.5 तीव्रता का झटका भी महसूस किया गया। क्षेत्र भारतीय और यूरेशियन प्लेटों के टकराव के कारण अत्यधिक भूकंपीय रूप से सक्रिय है।
International Desk: तिब्बत में गुरुवार, 25 दिसंबर 2025 को भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, दोपहर 1:07 बजे 4.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र 10 किलोमीटर की उथली गहराई में स्थित था। इससे पहले दोपहर 12:04 बजे इसी क्षेत्र में 3.5 तीव्रता का एक और भूकंप दर्ज किया गया था। NCS ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी देते हुए बताया कि भूकंप का स्थान तिब्बत क्षेत्र में 32.04° उत्तरी अक्षांश और 85.38° पूर्वी देशांतर पर था। उथली गहराई में आने वाले भूकंप अधिक खतरनाक माने जाते हैं क्योंकि उनकी तरंगें सीधे सतह तक पहुंचती हैं, जिससे नुकसान की आशंका बढ़ जाती है।
तिब्बत और नेपाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित हैं, जहां भारतीय टेक्टोनिक प्लेट यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है। यही टक्कर हिमालय और तिब्बती पठार के निर्माण का कारण बनी है। इस प्लेट टकराव के कारण क्षेत्र में बार-बार भूकंप आते रहते हैं।भूवैज्ञानिकों के अनुसार, तिब्बती पठार में स्ट्राइक-स्लिप और नॉर्मल फॉल्टिंग दोनों तरह की गतिविधियां होती हैं। दक्षिणी तिब्बत में उत्तर-दक्षिण दिशा में फैले रिफ्ट और फॉल्ट लाखों वर्षों से सक्रिय हैं। अतीत में यहां 8.0 तीव्रता तक के शक्तिशाली भूकंप भी दर्ज किए जा चुके हैं। हालांकि, ताजा भूकंप से किसी बड़े नुकसान या हताहत की तत्काल सूचना नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों ने आफ्टरशॉक्स की संभावना से इनकार नहीं किया है।