Edited By Ramkesh,Updated: 30 Sep, 2025 07:10 PM

उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं को खादी के इस्तेमाल की ओर आकर्षित करने की कवायद शुरू कर दी है। यूपीआईटीएस 2025 में शामिल हुए बुनकरों और कारीगरों की माने तो टिकाऊ फैशन के प्रति बढ़ती जागरूकता युवाओं को खादी के इस्तेमाल की ओर आकर्षित कर रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं को खादी के इस्तेमाल की ओर आकर्षित करने की कवायद शुरू कर दी है। यूपीआईटीएस 2025 में शामिल हुए बुनकरों और कारीगरों की माने तो टिकाऊ फैशन के प्रति बढ़ती जागरूकता युवाओं को खादी के इस्तेमाल की ओर आकर्षित कर रही है।
विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में भी हस्तनिर्मित खादी के कपड़ों की मांग बढ़ रही है। प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) और विश्वकर्मा श्रमिक सम्मान जैसी योजनाओं ने हज़ारों कारीगरों और बुनकरों को सशक्त बनाया है।
उन्होंने बताया कि सरकार अब उत्तर प्रदेश को खादी हथकरघा केंद्र के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश का हवाला देते हुए अधिकारी ने कहा, खादी आत्मनिर्भरता, शिल्प कौशल और सतत विकास का प्रतीक है जो दर्शाता है कि स्थानीय शिल्प राज्य के लिए एक मज़बूत अंतरराष्ट्रीय पहचान बना सकती है।'