Edited By Mansa Devi,Updated: 31 Dec, 2025 01:33 PM

साल 2025 के आखिरी कारोबारी दिन सोने और चांदी की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज की गई। बुधवार सुबह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कीमती धातुओं पर मुनाफावसूली का दबाव साफ नजर आया।
नेशनल डेस्क: साल 2025 के आखिरी कारोबारी दिन सोने और चांदी की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज की गई। बुधवार सुबह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कीमती धातुओं पर मुनाफावसूली का दबाव साफ नजर आया। ऊंचे स्तरों पर पहुंचने के बाद निवेशकों की बिकवाली के चलते सोना करीब 1 फीसदी और चांदी करीब 7 फीसदी तक टूट गई।
घरेलू बाजार में सोने की कीमत गिरी
एमसीएक्स एक्सचेंज पर शुरुआती कारोबार में सोने की वायदा कीमतों में कमजोरी देखने को मिली। सोना करीब 0.75 फीसदी गिरकर 1,35,373 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास ट्रेड करता दिखा। बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, हाल के दिनों में रिकॉर्ड तेजी के बाद अब निवेशक मुनाफा वसूल रहे हैं, जिसका सीधा असर कीमतों पर पड़ा है।
चांदी में भारी बिकवाली
सोने के मुकाबले चांदी में कहीं ज्यादा तेज गिरावट देखने को मिली। बाजार खुलते ही चांदी की कीमतों में जोरदार दबाव आया। एमसीएक्स पर चांदी का भाव करीब 6.80 फीसदी या 17,400 रुपये टूटकर 2,33,303 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गया। यह गिरावट हाल के महीनों में आई तेज उछाल के बाद सबसे बड़ी मानी जा रही है।
वैश्विक बाजार में भी कमजोरी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने-चांदी पर दबाव बना हुआ है। कॉमेक्स पर सोने का वैश्विक वायदा भाव करीब 0.59 फीसदी या 26 डॉलर गिरकर 4,360.30 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता नजर आया।
चांदी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेज गिरावट
वैश्विक बाजार में चांदी की कीमतों में भी जोरदार गिरावट देखी गई। कॉमेक्स पर चांदी करीब 7.47 फीसदी या 5.85 डॉलर टूटकर 72.04 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करती दिखी। सिल्वर स्पॉट कीमत में भी कमजोरी रही और यह करीब 4.95 फीसदी या 3.77 डॉलर गिरकर 72.52 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
क्या टूट रहा है चांदी का बुलबुला?
हाल ही में मशहूर निवेशक और लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने चांदी को लेकर चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि चांदी में बना बुलबुला फूट सकता है, जिससे कीमतों में तेज गिरावट आ सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि गिरावट के बाद 2026 में चांदी की कीमतों में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है और यह 100 से 200 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है।
निवेशकों के लिए क्या संकेत?
बाजार जानकारों का मानना है कि फिलहाल सोने-चांदी में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। ऊंचे स्तरों के बाद आई यह गिरावट निवेशकों के लिए सतर्क रहने का संकेत है। आने वाले दिनों में वैश्विक संकेतों और निवेशकों की धारणा के आधार पर कीमतों की दिशा तय होगी।