Edited By Mehak,Updated: 27 Oct, 2025 04:22 PM

देवउठनी एकादशी के बाद नवंबर में शादी का सीजन शुरू होते ही सोने-चांदी के दामों में तेजी आने की उम्मीद है। फिलहाल ग्लोबल मार्केट में स्थिरता के बीच सोने के भाव में मामूली गिरावट देखी गई है। दिल्ली में सोना 1,22,380 रुपये और मुंबई में 1,24,480 रुपये...
नेशनल डेस्क : नवंबर के महीने की शुरुआत के साथ ही देवउठनी एकादशी (1 नवंबर) आ रही है और इसके बाद पारंपरिक तौर पर शादी सीज़न भी शुरू माना जाता है। बाजार जानकारों का कहना है कि शादी-त्योहारों की बढ़ती मांग के कारण सोने और चांदी के दामों में तेज उछाल आ सकता है। फिलहाल वैश्विक बाजारों में अनिश्चितताओं के बीच भारतीय बाजार में रेट थोड़े-बहुत बदलकर स्थिर से मिश्रित दिख रहे हैं।
आज का हाल - सोना थोड़ा नरम, चांदी भी दबाव में
- MCX पर 24 कैरेट सोना (10 ग्राम) का औसत भाव लगभग ₹1,23,000 प्रति 10 ग्राम रहा। जो पिछले सप्ताह की तेजी के बाद साप्ताहिक गिरावट का संकेत करता है।
- शहरवार भाव: दिल्ली - ₹1,22,380 प्रति 10 ग्राम, मुंबई - ₹1,24,480 प्रति 10 ग्राम।
- चांदी (भारत): विभिन्न राज्यों में लगभग ₹1,55,000–1,60,000 प्रति किलोग्राम के बीच कारोबार हुई। न्यू-दिल्ली में 10 ग्राम चांदी - ₹1,550 के आसपास बिकी।
क्यों गिरा या स्थिर रहा भाव? जानें विशेषज्ञों की राय
सर्राफा बाज़ार के व्यापारी और एनालिस्ट बता रहे हैं कि: अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की बैठकों और नीतिगत संकेतों का कीमती धातुओं पर असर होता है। जब अमेरिका में ब्याज-दर या मौद्रिक नीति को लेकर अनिश्चितता होती है तो निवेशक जोखिम-भरे पोर्टफोलियो बदलते हैं। इस बार Fed से जुड़े संकेतों और वैश्विक कमोडिटी मूव्स ने सोने पर दबाव डाला। साथ ही कॉपर जैसी दूसरी धातुओं की तेजी ने भी कुछ निवेशों को प्रभावित किया, जिससे सोने-चांदी की खरीद-बिक्री में उतार-चढ़ाव आया। वहीं घरेलू रूप से त्योहारों के बाद मांग में उतार-चढ़ाव और प्रॉफिट-बुकिंग जैसी गतिविधियों ने भी रेट पर असर डाला है।
नवंबर में सोने के दाम बढ़ेंगे या घटेंगे?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि नवंबर 2025 में सोने के दाम बढ़कर ₹1,25,000–₹1,30,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं, इसके मुख्य कारणः
- शादी-त्योहारों की बढ़ी हुई खरीदी (दामों का मौसमी उछाल)।
- भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने पर सुरक्षित-हैवन (safe-haven) संपत्तियों जैसे सोना की मांग तेज हो सकती है।
- यदि वैश्विक केंद्रीय बैंक (central banks) सोना खरीदते रहें तो सप्लाई-डिमांड संतुलन से रेट ऊपर जा सकते हैं।
चांदी के बारे में भी कहा जा रहा है कि अगर अमेरिकी ब्याज दरें स्थिर रहीं तो चांदी में ज्यादा बड़ा झटका नहीं आएगा। अगले महीने चांदी ₹1,50,000–₹1,65,000 प्रति किलोग्राम के रेंज में बनी रह सकती है। कुछ मीडिया अनुमान यह भी दे रहे हैं कि चांदी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रति औंस ~$40 तक उछाल मार सकती है जो सालाना लगभग 25% की वृद्धि के बराबर माना जा रहा है (पर यह अपेक्षाएं हैं, निश्चित नहीं)।
निवेशकों के लिए सुझाव (मार्केट-व्यू के आधार पर)
1. शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स: बाजार की वोलैटिलिटी और Fed-बैठकों के परिणामों पर नज़र रखें; मौके पर प्रॉफिट-बुकिंग हो सकती है।
2. लंबी अवधि के निवेशक/गहने खरीदने वाले: शादी-त्योहार के मौसम और स्थानीय मांग को देखकर खरीद-विकल्प पर विचार करें — यदि आप उपहार के लिए खरीद रहे हैं तो भावों में मामूली गिरावट का लाभ उठा सकते हैं; पर लंबी अवधि में सोने-चांदी सुरक्षा के तौर पर अच्छा रहता है।
3. सावधानी: वैश्विक संकेतों, डॉलर-इंडेक्स और केंद्रीय बैंक-नीतियों में बदलाव से भाव अचानक बदल सकते हैं — निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से राय लें।