Edited By Harman Kaur,Updated: 05 Jul, 2025 02:55 PM

अगर आप भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और कम जोखिम में बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की एक स्कीम आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। यह योजना विशेष रूप से सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) के तहत संचालित होती है और 8.2% के...
नेशनल डेस्क: अगर आप भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और कम जोखिम में बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की एक स्कीम आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। यह योजना विशेष रूप से सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) के तहत संचालित होती है और 8.2% के आकर्षक ब्याज के साथ सुरक्षित निवेश का अवसर देती है।
क्या है SCSS योजना?
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम सरकार द्वारा समर्थित एक बचत योजना है, जिसे खासतौर पर 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए डिजाइन किया गया है।
इस योजना में:
- न्यूनतम निवेश ₹1,000 और अधिकतम निवेश की सीमा ₹30 लाख रखी गई है।
- मैच्योरिटी अवधि 5 वर्ष है, जिसे 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
कितना होगा लाभ?
अगर कोई निवेशक SCSS में ₹2 लाख की एकमुश्त राशि लगाता है, तो उसे 8.2% की सालाना ब्याज दर के अनुसार 5 साल में ₹82,000 तक ब्याज आय होगी।
- तिमाही आधार पर मिलने वाला ब्याज: ₹4,099
- कुल परिपक्वता राशि: ₹2,82,000
कौन खोल सकता है खाता?
- 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी भारतीय नागरिक
- 55 से 60 वर्ष के बीच के रिटायर्ड कर्मचारी (एक माह के भीतर निवेश शर्त पर)
- 50 वर्ष से अधिक के रिटायर्ड रक्षा कर्मचारी
टैक्स लाभ भी मिलेगा
इस स्कीम में किया गया निवेश धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक टैक्स छूट के लिए पात्र है।
समय से पहले खाता बंद करने पर ये होंगे नियम:-
- 1 साल से पहले खाता बंद करने पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा।
- 1 से 2 साल के भीतर बंद करने पर मूलधन से 1.5% की कटौती
- 2 से 5 साल के भीतर बंद करने पर 1% की कटौती
- 5 साल के बाद बढ़ाए गए खाते को एक साल बाद बिना पेनल्टी बंद किया जा सकता है।