Edited By rajesh kumar,Updated: 16 Jun, 2024 03:28 PM

अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने इस 29 जून से शुरू होने वाली 52 दिवसीय श्री अमरनाथ यात्रा के लिए बालटाल और पहलगाम मार्गों के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग सेवा शुरू कर दी है। बाबा अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त...
नेशनल डेस्क: अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने इस 29 जून से शुरू होने वाली 52 दिवसीय श्री अमरनाथ यात्रा के लिए बालटाल और पहलगाम मार्गों के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग सेवा शुरू कर दी है। बाबा अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बालटाल मार्ग के लिए, नीलग्रथ-पंजतरणी-नीलग्रथ पर हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान की जा रही है, और पहलगाम मार्ग के लिए, यह पहलगाम-पंजतरणी-पहलगाम मार्ग पर उपलब्ध होगी।
जानिए कितना है किराया?
सूत्रों ने कहा कि आधिकारिक वेबसाइट पर हेलीकॉप्टर सेवा की ऑनलाइन बुकिंग का लाभ उठाया जा सकता है। ऑफ़लाइन टिकट या प्राथमिकता उपलब्ध नहीं होगी। बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगी। पहलगाम से पंजतरणी तक एक तरफ का किराया 4900 रुपए, दो तरफ का किराया 9800 रुपए, नीलग्रथ से पंजतरणी तक एक तरफ का किराया 3250 रुपए और दोनों तरफ का किराया 6500 रुपए तय किया गया है।

बुकिंग के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र होना जरूरी
सूत्रों ने बताया कि यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पास हेलीकॉप्टर टिकट बुक करते समय स्वास्थ्य प्रमाणपत्र होना चाहिए। पंजतरणी हेलीपैड से पवित्र गुफा तक की यात्रा और वापसी में समय लगता है, इसलिए तीर्थयात्रियों के लिए उपलब्ध स्लॉट दिखाई देंगे। यात्राओं के बीच कम से कम पांच से छह घंटे का अंतर है।

30 मिनट पहले हेलीपैड पर पहुंचना होगा
एक अधिकारी ने कहा,‘‘यात्री को यात्रा के दौरान मूल फोटो पहचान पत्र और एक स्वास्थ्य प्रमाण पत्र रखना होगा, जबकि तीर्थयात्रियों को बुक किए गए स्लॉट समय से कम से कम 30 मिनट पहले संबंधित हेलीपैड पर पहुंचना होगा।'' उन्होंने कहा कि चाटर्र बुकिंग की अनुमति केवल श्रीनगर और नीलग्रथ के बीच यात्रा के लिए है, जिसमें नीलग्रथ और पंजतरणी के बीच चलने वाली कनेक्टिंग सेवा में प्राथमिकता वाली सीटें हैं।

15 अप्रैल से शुरू हो चुका है पंजीकरण
तीर्थयात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। तीर्थयात्रियों के लिए अग्रिम पंजीकरण 15 अप्रैल से शुरू हो चुका है। इस वर्ष पवित्र गुफा तक 125 लंगर लगाने की अनुमति दी गई है। इस वर्ष की श्री अमरनाथ यात्रा के लिए देश और विदेश से तीर्थयात्रियों को आमंत्रित किया।