Edited By Yaspal,Updated: 22 Nov, 2020 05:57 PM
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में प्रताड़ना के चलते आईटीआई के छात्र ने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। छात्र के मानसिक उत्पीड़न के चलते हुई मौत की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीओ तथा कोतवाल भारी फोर्स के साथ...
नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में प्रताड़ना के चलते आईटीआई के छात्र ने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। छात्र के मानसिक उत्पीड़न के चलते हुई मौत की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीओ तथा कोतवाल भारी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। घटना के कारणों की छानबीन को लेकर घंटों मशक्कत करते दिखे। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
थाना प्रभारी निरीक्षक संजय यादव ने रविवार को बताया कि बेलहा गाँव निवासी धीरेन्द्र उर्फ़ धीरू (20) जिला मुख्यालय स्थित आईटीआई कालेज का छात्र था और इन दिनों घर पर ही रह रहा था। थाना प्रभारी के अनुसार शनिवार को उसने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोपहर बाद उसकी माँ गुड्डी देवी खेत से लौटी और खाना देने गई तो कमरा बंद था। रोशनदान से देखा तो शव फांसी पर लटक रहा था। चीख पुकार पर गाँव वाले पहुंचे और दरवाजा तोड़ कर शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारा और पुलिस को सूचित किया।
सुसाइड नोट में मृतक छात्र ने पिता के नाम भावनात्मक पत्र में कहा है कि वह कायर नहीं है मगर आरोपितों के उत्पीड़न के चलते वह आत्महत्या कर रहा है, .... सॉरी पापा। वहीं पिता जोखू लाल शर्मा आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं।
सूचना पर पुलिस पहुंची तो मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ ,जिसमें उसने गाँव के प्रदीप सिंह व भीष्म सिंह सहित तीन लोंगों को प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। यादव ने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर प्रदीप सिंह व भीष्म सिंह सहित तीन आरोपियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच की जा रही है।