Edited By Shubham Anand,Updated: 29 Dec, 2025 08:46 PM

आईआईटी कानपुर के हॉस्टल नंबर-2 में राजस्थान के अजमेर निवासी 26 वर्षीय छात्र जयसिंह मीणा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें 'Sorry Everyone' लिखा है। जांच में पता चला कि फांसी लगाने से पहले छात्र ने अपनी...
नेशनल डेस्क : देश के प्रतिष्ठित संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Kanpur) से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां एक होनहार छात्र ने छात्रावास के कमरे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मेधावी छात्र का शव फंदे से लटका हुआ पाया गया, जिससे पूरे परिसर में शोक और सन्नाटा पसर गया है। मौके पर पहुंची पुलिस को कमरे से एक संक्षिप्त सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें केवल 'Sorry Everyone' लिखा था।
क्या है पूरा घटनाक्रम?
मृतक छात्र की पहचान 26 वर्षीय जयसिंह मीणा के रूप में हुई है, जो राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले थे। जयसिंह आईआईटी कानपुर के हॉस्टल नंबर-2 के कमरा नंबर-148 में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे थे। सोमवार को जब काफी देर तक उनके कमरे का दरवाजा नहीं खुला और अंदर से कोई हलचल सुनाई नहीं दी, तो साथी छात्रों को अनहोनी की आशंका हुई। छात्रों ने तुरंत इसकी सूचना संस्थान प्रबंधन और स्थानीय कल्याणपुर थाना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। पुलिस ने देखा कि जयसिंह का शव पंखे के सहारे फंदे से लटक रहा था। पुलिस ने तुरंत फॉरेंसिक टीम को बुलाया और साक्ष्य एकत्रित करने के बाद शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
आत्महत्या से पहले की रोंगटे खड़े करने वाली कोशिश
मृतक छात्र के बड़े भाई सिद्धार्थ ने बताया कि उन्हें इस दुखद घटना की जानकारी दोपहर करीब 12:30 बजे मिली। पुलिस की प्रारंभिक जांच में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। बताया जा रहा है कि फांसी के फंदे पर झूलने से पहले छात्र ने अपनी हाथ की नस काटने की कोशिश की थी। उनकी कलाई पर गहरे जख्मों के कई निशान मिले हैं, जो यह दर्शाते हैं कि वह गहरे मानसिक तनाव या कशमकश से गुजर रहे थे।
छुट्टियों में घर जाने की थी तैयारी
परिजनों के अनुसार, संस्थान में 28 नवंबर से विंटर वैकेशन (सर्दियों की छुट्टियां) शुरू हो गई थीं और जयसिंह जल्द ही अपने घर अजमेर जाने वाले थे। घर में उनके आने का इंतजार हो रहा था, लेकिन उससे पहले ही उनकी मौत की खबर ने परिवार को झकझोर कर रख दिया। मंगलवार को परिजनों के कानपुर पहुंचने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
प्रतिष्ठित संस्थान और छात्रों का बढ़ता तनाव
आईआईटी कानपुर जैसे विश्वस्तरीय संस्थान में छात्र द्वारा इस तरह का आत्मघाती कदम उठाना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। यहां केवल वही छात्र पहुंच पाते हैं जो शैक्षणिक रूप से अत्यंत मेधावी और जुझारू होते हैं। एक होनहार और सुनहरे भविष्य वाले छात्र का इस तरह दुनिया को अलविदा कह देना अन्य छात्रों और अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन गया है।