Edited By Shubham Anand,Updated: 01 Dec, 2025 08:24 PM

भारत को 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी सौंपी गई है, और अहमदाबाद को होस्ट सिटी चुना गया है। ग्लासगो में हुई 74वीं CGF जनरल असेंबली में भारत के विजन डॉक्यूमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान और आधुनिक स्पोर्ट्स सिटी रोडमैप ने 74 देशों के प्रतिनिधियों को...
नेशनल डेस्क: भारत को आधिकारिक तौर पर 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी सौंपी गई है, और होस्ट सिटी के रूप में गुजरात का अहमदाबाद चुना गया है। यह निर्णय ग्लासगो में हुई कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन (CGF) की 74वीं जनरल असेंबली में लिया गया। भारत की ओर से पेश किए गए विजन डॉक्यूमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान और आधुनिक स्पोर्ट्स सिटी के रोडमैप ने 74 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को प्रभावित किया।
दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े मेट्रो शहरों को पीछे छोड़ते हुए अहमदाबाद का चयन एक महत्वपूर्ण और ध्यान देने योग्य फैसला है। विशेषज्ञों का मानना है कि अहमदाबाद के आधुनिक और हाईटेक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर, बेहतर रोड नेटवर्क और पर्याप्त जगह के कारण यह शहर बड़े स्पोर्ट्स इवेंट के लिए आदर्श है।
अहमदाबाद क्यों बना भारत का नया स्पोर्ट्स हब?
साल 2010 के बाद यह दूसरा मौका है जब भारत कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करेगा। पिछली बार दिल्ली ने मेजबानी की थी, लेकिन इस बार अहमदाबाद को चुना गया। पिछले 10 वर्षों में अहमदाबाद में हाईटेक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हुआ है। गुजरात में सबसे महत्वपूर्ण स्थल, सरदार पटेल स्पोर्ट्स एनक्लेव, जिसमें हाईटेक एक्वाटिक्स सेंटर, आधुनिक फुटबॉल स्टेडियम और दो बड़े इंडोर एरेना शामिल हैं। इसके अलावा लगभग 3000 खिलाड़ियों के रहने वाले गेम्स विलेज का निर्माण भी यहां योजना के तहत किया जा रहा है।
अहमदाबाद का नाम सुनते ही सबसे पहले नरेंद्र मोदी स्टेडियम का जिक्र आता है, जिसकी क्षमता 1 लाख से अधिक दर्शकों की है। शहर ने हाल के वर्षों में कई अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स इवेंट्स जैसे कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप, एशियन एक्वाटिक्स चैंपियनशिप और एएफसी अंडर-17 एशिया कप क्वालीफायर सफलतापूर्वक आयोजित किए हैं। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन को भरोसा है कि अहमदाबाद बड़े मल्टी-स्पोर्ट इवेंट को बिना किसी व्यवधान के संचालित कर सकता है।
दिल्ली और मुंबई से अहमदाबाद की बढ़त
दिल्ली और मुंबई जैसी मेट्रो शहरें पहले से ही हाई डेंसिटी क्षेत्र हैं, जहां बड़े इवेंट्स के दौरान ट्रैफिक और व्यवस्थागत चुनौतियां उत्पन्न होती हैं। वहीं अहमदाबाद में नए स्पोर्ट्स एनक्लेव, बड़े स्टेडियम, नए होटल, बेहतर रोड नेटवर्क और मेट्रो विस्तार के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध है। गुजरात का रिकॉर्ड बड़े प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने और इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी से विकसित करने में अच्छा रहा है। CGF को भी भरोसा था कि अहमदाबाद समय सीमा में सभी तैयारियां पूरी कर पाएगा। इसके अलावा अहमदाबाद में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर क्लस्टर बेस्ड है, यानी सभी सुविधाएं एक ही जिले में विकसित की जा रही हैं, जो बड़े स्पोर्ट्स इवेंट्स के लिए आदर्श है।
2030 कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारत का विजन
भारत ने CGF के सामने जो विजन डॉक्यूमेंट प्रस्तुत किया, वह पूरी तरह फ्यूचर रेडी और टेक्नोलॉजी ड्रिवन था। इसमें जीरो वेस्ट पॉलिसी, ग्रीन ट्रांसपोर्ट, कार्बन न्यूट्रल आयोजन, डिजिटल इंटीग्रेशन और सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं। CGF को भारत की यह योजना पसंद आई, क्योंकि दुनिया अब बड़े स्पोर्ट्स इवेंट्स को सस्टेनेबल मॉडल पर आयोजित करने की दिशा में अग्रसर है।