Edited By Parveen Kumar,Updated: 04 Jun, 2025 08:43 PM

भारत का पर्यटन और यात्रा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है और 2025 में इसका कारोबार 22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। यह जानकारी विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद (WTTC) की ताजा रिपोर्ट में सामने आई है। इस क्षेत्र में रोजगार भी बढ़कर 48 लाख लोगों से ज्यादा...
नेशनल डेस्क: भारत का पर्यटन और यात्रा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है और 2025 में इसका कारोबार 22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। यह जानकारी विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद (WTTC) की ताजा रिपोर्ट में सामने आई है। इस क्षेत्र में रोजगार भी बढ़कर 48 लाख लोगों से ज्यादा हो सकता है।
WTTC की अध्यक्ष जूलिया सिम्पसन ने बताया कि भारत में आने वाले विदेशी और घरेलू दोनों तरह के पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। 2025 में विदेश से आने वाले पर्यटक करीब 3.2 लाख करोड़ रुपये खर्च कर सकते हैं, जबकि देश के अंदर यात्रा करने वाले लोग 16 लाख करोड़ रुपये तक खर्च करेंगे।
2024 में भारत में यात्रा और पर्यटन क्षेत्र में कुल 46 लाख से ज्यादा नौकरियां बनीं, जो देश के कुल रोजगार का लगभग 9 प्रतिशत है। WTTC के मुताबिक, यह संख्या 2025 में बढ़कर 48.2 लाख और 2035 तक 63.9 लाख तक पहुंच सकती है।
जूलिया सिम्पसन ने कहा कि 2024 भारत के लिए पर्यटन के क्षेत्र में बहुत अच्छा साल रहा, खासकर कोविड के बाद घरेलू यात्राओं में बड़ा उछाल आया है। अब अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है।
2024 में भारत में विदेशी पर्यटकों का खर्च 3.1 ट्रिलियन रुपये (करीब 36.8 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया, जो कोविड से पहले के स्तर से 9 प्रतिशत ज्यादा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा ई-वीजा प्रक्रिया को आसान बनाने के प्रयासों का समर्थन किया जाना चाहिए। हालांकि, अभी भी कुछ देशों के लिए वीजा प्रक्रिया धीमी है, जो पर्यटकों को परेशान करती है। इसलिए, भारत की यात्रा को और सरल बनाना बहुत जरूरी है ताकि और ज्यादा विदेशी पर्यटक आएं।
घरेलू यात्राओं का खर्च भी बहुत बढ़ा है, जो 15.5 लाख करोड़ रुपये (185.6 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया है, जो कोविड से पहले के समय से 22 प्रतिशत ज्यादा है। कुल मिलाकर, 2024 में भारत की अर्थव्यवस्था में यात्रा और पर्यटन क्षेत्र का योगदान लगभग 21 लाख करोड़ रुपये था, जो देश के कुल जीडीपी का 6.6 प्रतिशत है।