Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Aug, 2025 03:47 PM

भारतीय फिल्म और राजनीतिक जगत से एक और भावुक करने वाली खबर सामने आई है। बंगाली फिल्मों में अपनी सादगी और दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाले अभिनेता जॉय बनर्जी का निधन हो गया है। सोमवार सुबह कोलकाता के एक निजी अस्पताल में उन्होंने...
नेशनल डेस्क: भारतीय फिल्म और राजनीतिक जगत से एक और भावुक करने वाली खबर सामने आई है। बंगाली फिल्मों में अपनी सादगी और दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाले अभिनेता जॉय बनर्जी का निधन हो गया है। सोमवार सुबह कोलकाता के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके जाने से बंगाली फिल्म इंडस्ट्री से लेकर सियासी गलियारों तक शोक की लहर फैल गई है।
बीमारी से लंबे समय से जूझ रहे थे जॉय बनर्जी
62 वर्षीय जॉय बनर्जी बीते कुछ समय से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से गुजर रहे थे। उन्हें श्वसन संबंधी समस्याएं थीं और वे डायबिटीज से भी पीड़ित थे। हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बच सकी।
फिल्मी करियर की शुरुआत और पहचान
जॉय बनर्जी ने अपने करियर की शुरुआत बंगाली फिल्म 'अपरूपा' से की थी, जिसने उन्हें रातों-रात पहचान दिलाई। उन्होंने 'हीरक जयंती', 'अभागिनी', 'मिलन तिथि' जैसी फिल्मों में अभिनय कर दर्शकों का दिल जीता। उनकी सहज अभिनय शैली और गंभीर किरदारों को आज भी याद किया जाता है। बाद में उन्होंने अभिनय से दूरी बनाकर सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र की ओर रुख किया।
राजनीति में कदम और चुनावी सफर
फिल्मों से ब्रेक लेने के बाद जॉय बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा और 2014 में बीरभूम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। हालांकि उन्हें जीत हासिल नहीं हो सकी। इसके बाद 2019 में उन्होंने उलुबेरिया से एक बार फिर भाजपा उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरने की कोशिश की, लेकिन वहां भी उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा।
राजनीति से विदाई
लगातार राजनीतिक असफलताओं और पार्टी से मतभेदों के चलते जॉय बनर्जी ने नवंबर 2021 में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से राजनीति से दूरी बनाने की घोषणा की और कहा कि वह अब किसी भी पार्टी का हिस्सा नहीं रहेंगे।