Edited By Anu Malhotra,Updated: 30 Mar, 2023 09:26 AM

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीरवार को रामनवमी के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि भगवान राम का जीवन हर युग में मानवता के लिए प्रेरणा बना रहेगा। मोदी ने ट्वीट किया,‘ ‘रामनवमी के पावन-पुनीत अवसर पर समस्त देशवासियों को अनेकानेक शुभकामनाएं।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीरवार को रामनवमी के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि भगवान राम का जीवन हर युग में मानवता के लिए प्रेरणा बना रहेगा। मोदी ने ट्वीट किया,‘ ‘रामनवमी के पावन-पुनीत अवसर पर समस्त देशवासियों को अनेकानेक शुभकामनाएं। त्याग, तपस्या, संयम और संकल्प पर आधारित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामचंद्र का जीवन हर युग में मानवता की प्रेरणाशक्ति बना रहेगा।' भगवान राम के जन्म के अवसर पर हिंदू धर्म में रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है।
वहीं देश भर में आज राम नवमी के पावन त्योहार की धूम है। वहीं भगवान राम के जन्म का पर्व रामनवमी यहां और मराठवाड़ा क्षेत्र में गुरुवार को धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। राम नवमी हिंदू कैलेंडर में पहले महीने चैत्र के नौवें दिन आती है और यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नौ दिनों के उपवास के अंत का प्रतीक है जिसे चैत्र नवरात्रि भी कहा जाता है। इस पावन पर्व के उपलक्ष्य में यहां किराडपुरा इलाके में स्थित राम मंदिर में दोपहर 12 बजे भव्य प्रार्थना या 'महाआरती' का आयोजन किया जा रहा है। हजारों श्रद्धालुओं के साथ भगवा दलों के सदस्य 'महाआरती' में शामिल होंगे। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने शहर भर के कई राम मंदिरों में 'पूजा' का आयोजन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा को बृहस्पतिवार को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी और उन्हें समर्पित राष्ट्रवादी एवं साहसी व्यक्तित्व का धनी बताया। मोदी ने ट्वीट किया, वह एक सच्चे राष्ट्रवादी व साहसी व्यक्तित्व के धनी थे जो अन्याय और औपनिवेशिक शासन के खिलाफ भारत के संघर्ष में अग्रणी रहे। हम उनके आदर्शों से प्रेरित होकर अपने महान देश के लोगों के लिए काम करते रहेंगे। श्यामजी कृष्ण वर्मा का जन्म 1857 में गुजरात में हुआ था। उन्होंने लंदन में ‘द इंडियन सोशियोलॉजिस्ट', ‘इंडियन होम रूल सोसाइटी' और ‘इंडिया हाउस' की स्थापना की थी, जिनका मकसद राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना और देश की आजादी के लिए काम करना था। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी 2003 में स्विट्जरलैंड से वर्मा की अस्थियां स्वदेश लाए थे। वर्मा का स्विट्जरलैंड में 1930 में निधन हो गया था।