Edited By Rahul Singh,Updated: 22 Nov, 2025 04:18 PM

अमौर में जनसभा के दौरान AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश कुमार सरकार को शर्तीय सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा कि अगर सीमांचल क्षेत्र को न्याय और विकास में प्राथमिकता दी जाती है, तो उनकी पार्टी सहयोग के लिए तैयार है। ओवैसी ने यह भी बताया कि...
नेशनल डेस्क : बिहार के अमौर में आयोजित एक जनसभा में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक खास प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य सरकार का साथ देने को तैयार है, लेकिन शर्त यह है कि सीमांचल क्षेत्र के विकास और अधिकारों पर विशेष ध्यान दिया जाए और उनके साथ न्याय किया जाए।
ओवैसी ने बताया कि आने वाले छह महीनों में वे अपने पांचों विधायकों के लिए अलग-अलग कार्यालय खोले जाएंगे, जहां विधायक सप्ताह में दो दिन जनता से मिलकर उनकी समस्याएं सुनेंगे। उन्होंने कहा कि वह खुद भी हर छह महीने में इन क्षेत्रों का दौरा करेंगे। साथ ही नई बनी सरकार को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि वे सकारात्मक सहयोग देना चाहते हैं।
महागठबंधन और NDA पर ओवैसी का बयान
बिहार विधानसभा चुनावों में महागठबंधन के कमजोर प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि हार के लिए SIR प्रक्रिया या किसी बाहरी कारण को जिम्मेदार ठहराना गलत है। उन्होंने कहा कि AIMIM ने पूरी मेहनत की, जबकि विपक्ष ने तैयारी में कमी छोड़ी। ओवैसी के अनुसार, यह जनता का स्पष्ट जनादेश है और सभी को इसे सम्मानपूर्वक स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन को अपनी रणनीतियों पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
ओवैसी ने कहा कि उन्हें पहले से संकेत मिल रहे थे कि NDA अच्छा प्रदर्शन करेगा, हालांकि 200 सीटों तक पहुंच जाना भी उनके लिए चौंकाने वाला रहा। उन्होंने दोहराया कि यदि नीतीश कुमार सच में विकास चाहते हैं तो सीमांचल की उपेक्षा खत्म करनी होगी।
NDA ने हासिल की बड़ी जीत
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA ने 202 सीटों के साथ जोरदार जीत दर्ज की। बीजेपी ने 89 और जेडीयू ने 84 सीटें जीतीं। गठबंधन की अन्य पार्टियों को भी प्रतिनिधित्व दिया गया। नीतीश कुमार ने 26 मंत्रियों के साथ शपथ ली और दसवीं बार मुख्यमंत्री बने। इसके साथ ही उन्होंने मंत्रियों को विभाग भी बांट दिए हैं।